नोएडा: होलिका दहन पर कोविड-19 प्रोटोकॉल की लोगों ने उड़ाई धज्जियां, प्रशासन रहा लापरवाह
नोएडा में 30 अप्रैल तक धारा 144 लागू है यानी 4 से ज्यादा लोगों को एक जगह इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है. होलिका दहन के मौके पर प्रशासन अपने ही आदेश का पालन करवाने में विफल नजर आया. लोग कोविड-19 प्रोटोकॉल की धज्जियां खुलेआम उड़ाते नजर आए.
नोएडा: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर भी लोग लापरवाह नजर आ रहे हैं. इसका नजारा नोएडा के सेक्टर 24 में देखने को मिला. नोएडा में 30 अप्रैल तक धारा 144 लागू है यानी 4 से ज्यादा लोगों को एक जगह इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है, लेकिन फिर भी होलिका के मौके पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली. लोग दो गज की दूरी का पालन करने से भी दूरी बनाते नजर आए.
नोएडा में होलिका दहन के मौके पर लोग कोरोना से लापरवाह
कोरोना महामारी के नियमों का पालन लोग करना भूल गए हैं. ज्यादातर लोग बिना मास्क के त्योहार मनाते नजर आए. एबीपी न्यूज ने होलिका दहन का त्योहार मनाने पहुंचे लोगों से बातचीत की और जानना चाहा कि आखिर कोविड प्रोटोकॉल का पालन क्यों नही किया जा रहा है. उसके जवाब में बेहद चौंकाने वाली बातें सामने आईं. किसी ने मास्क ना पहनने का कारण गर्मी बताया, तो किसी ने चुनाव के दौरान उमड़ रही भीड़ पर सारा ठीकरा फोड़ दिया.
28 वर्षीय आशीष कहते हैं कि इस बार हम ज्यादा एक्साइटेड हैं, कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन आने की वजह से मास्क नहीं पहना, हालांकि मास्क पॉकेट में है. बिहार से नोएडा में नौकरी की तलाश के लिए आए राजा कहते हैं "अब कोरोना है कहां? हम देसी घी दूध पीने वाले लोगों को कोरोना वायरस नहीं होगा." रीना पूछती हैं कि "बंगाल में चुनाव हो रहे हैं, वहां लोग मास्क क्यों ही पहन रहे ?"
कोविड प्रोटोकॉल का पालन करवाने में प्रशासन हो रहा विफल
एक एमएनसी में काम करने वाले गर्वित कहते हैं कि "मास्क नही लगाने का सबसे बड़ा कारण है सख्ती. यहां पुलिस सतर्क नहीं है, अगर लोगों के चालान काटे जाते तो लोग यहां भी ऐसे ही सावधान रहते जैसे दिल्ली में हैं क्योंकि वहां हजार रुपए का चालान कटता है." मार्च 20 से मार्च 26 के बीच जिले में नए 182 कोरोना वायरस के नए मामले उजागर हुए. शनिवार को प्रशासन ने कोविड के मामलों को कम करने के लिए मीटिंग आयोजित की.
गौतम बुद्ध नगर के जिला अधिकारी सुहास कहते हैं कि दिल्ली में तेजी से बढ़े कोरोना वायरस के आंकड़ों का असर दिल्ली से सटे पड़ोसी राज्यों जैसे उत्तरप्रदेश, हरियाणा में भी दिख रहा है. स्वास्थ्य कर्मचारियों को इलाके में निगरानी बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं. मार्च 20 से मार्च 26 के बीच मिले कोरोना वायरस के करीब 40 % मरीज दिल्ली से संक्रमित हुए थे. फिलहाल किसी तरह की कोई रोक दिल्ली और नोएडा के बीच नहीं है. इस वक्त प्रशासन कड़ी निगरानी रख रहा है और कोरोना वायरस से संबंधित जरूरी सभी कदम उठाए जा रहे हैं.
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