Cyclone Amphan Updates: सुपर साइकलोन में बदला 'अम्फान', खड़गपुर-विजयवाड़ा रूट पर जाने वाली सभी ट्रेनें कैंसिल

चक्रवाती तूफान के भारतीय तट की ओर बढ़ने के चलते ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई तटीय जिलों में तेज रफ्तार हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 18 May 2020 02:43 PM


चक्रवाती तूफान की गति और क्षमता को देखते हुए खड़गपुर-विजयवाड़ा रूट पर जाने वाली ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है, मंगलवार दोपहर के बाद से उस रुट पर ट्रेन नहीं चलेगी.
ओडिशा के स्पेश रिलीफ कमिश्नर पीके जेना ने कहा कि 20 मई को, ओडिशा के उत्तरी जिलों में भारी से भारी बारिश हो सकती है, जिसमें भद्रक, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर के कुछ हिस्सों में हवा की गति 110 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है.
तूफान के कारण दक्षिण, बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में समुद्र की स्थिति खराब से बेहद खराब रहने वाली है, ऐसे में सरकार ने मछुआरों को चेतावनी दी है कि वह आज से समुद्र में या ओडिशा के समुद्री तटों पर ना जाएं. पश्चिम बंगाल के मछुआरों को भी चेतावनी दी गई है कि वे 18 से 21 मई के बीच बंगाल की खाड़ी या पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में ना जाएं.

अम्फान तूफान से सबसे ज्यादा असर ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर पड़ने वाला है. 19 मई तक इसकी रफ्तार 200 किलोमीटर प्रति घंटा की हो सकती है. इसकी वजह से ओडिशा, बंगाल में दो दिनों तक भारी बारिश भी होगी. 20 मई तक यह दोनों राज्यों को पार करेगा.


चक्रवाती तूफान के गति और क्षमता को देखते हुए अम्फान के रास्ते से गुजरने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को निरस्त करने की सलाह दी गई है.
मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि संभवत: यह उत्तरपश्चिम बंगाल की खाड़ी के पास उत्तर-उत्तरपूर्वी दिशा की तरफ बढ़ेगा और 20 मई को दोपहर या शाम के दौरान अत्यंत प्रचंड तूफान के रूप में बांग्लादेश में हटिया द्वीप और पश्चिम बंगाल के दीघा के बीच पश्चिम बंगाल एवं बांग्लादेश तट के बीच से गुजरेगा. इस दौरान 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी जो कभी भी 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती हैं.

चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ सोमवार शाम तक विकारल रूप ले सकता है और बुधवार को 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ यह पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तट से टकरा सकता है. गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.

भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील हुआ ‘अम्फान' बंगाल की खाड़ी से लगने वाले मध्य और पश्चिम-मध्य हिस्सों के ऊपर 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है और यह अगले 12 घंटों में और शक्तिशाली होकर विकराल रूप ले सकता है.

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय के लिए 21 मई तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.


मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 24 घंटे तक मछली पकड़ने के लिए बंगाल की दक्षिणी खाड़ी में न जाएं. साथ ही उन्हें 18 से 20 मई के बीच उत्तर ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आस-पास के बांग्लादेशी तटों पर भी नहीं जाने को लेकर चेताया गया है.

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात 'अम्फान' ने तीव्र तूफान का रूप ले लिया है और यह 20 मई को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के सागर और हटिया द्वीप को पार करेगा.
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि आज शाम 4 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साइक्लोन पर उच्च स्तरीय बैठक करेंगे. इस बैठक में गृह मंत्रालय और NDMA के अधिकारी भी हिस्सा लेंगे.

बैकग्राउंड

भुवनेश्वर: चक्रवात ‘अम्फान’ के आसन्न खतरे के मद्देनजर रविवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम तैनात कर दी गईं. इस बीच, ओडिशा ने कहा कि वह इस चक्रवात से बुरी तरह से प्रभावित होने वाले 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए तैयार है.

एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने नई दिल्ली में कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की रविवार सुबह की एक रिपोर्ट के अनुसार चक्रवात ‘अम्फान’ बंगाल की खाड़ी में एक प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील हो रहा है. संभवत: अगले 24 घंटों में यह अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है.

उन्होंने कहा, ‘‘इसका पथ मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, सागर द्वीप समूह और शायद बांग्लादेश की ओर है... लेकिन हमें इस पर करीबी नजर रखनी होगी. एनडीआरएफ ने समय रहते अपनी टीम तैनात कर दी हैं. वे या ता तैनात कर दी गई हैं या गंतव्य की ओर बढ़ रही हैं.’’

ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश की संभावना
चक्रवाती तूफान के भारतीय तट की ओर बढ़ने के चलते ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई तटीय जिलों में तेज रफ्तार हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है. कोलकाता में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जी के दास ने बताया कि यह तूफान 20 मई की दोपहर और शाम के बीच में अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान के तौर पर पश्चिम बंगाल में सागर द्वीपसमूह और बांग्लादेश के हतिया द्वीप समूह के बीच पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटीय क्षेत्रों से गुजर सकता है.

पिछले साल चक्रवात ‘फोनी’ सहित कई चक्रवातों का सामना कर चुके ओडिशा ने खतरे वाले इलाकों से 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने यह जानकारी दी. राज्य के 12 तटीय जिले (गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, जाजपुर, कटक, खुर्दा और नयागढ़) हाई अलर्ट पर हैं.

12 तटीय जिलों में 809 चक्रवात आश्रय केंद्र बनाए गए
जेना ने बताया कि 12 तटीय जिलों में 809 चक्रवात आश्रय केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 242 का अभी चिकित्सा शिविर के रूप में उन लोगों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा जो लॉकडाउन के बीच विभिन्न राज्यों से लौटे हैं.

जेना ने कहा, ‘‘लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की स्थिति में हमारे पास 567 चक्रवात एवं बाढ़ राहत आश्रय केंद्र उपलब्ध हैं. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर 7,092 इमारतों का भी इंतजाम किया गया है. लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है. ’’

ओडिशा के सात जिलों में 10 टीम तैनात
ओडिशा के सात जिलों में 10 टीम तैनात की गई हैं. ये जिले पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर और मयूरभंज हैं. एनडीआरएफ की एक टीम में लगभग 45 कर्मी होते हैं. ओडिशा ने बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करने, सड़कों को साफ करने, राहत एवं बचाव अभियान फौरन शुरू करने के लिए भी खाका तैयार कर लिया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक चक्रवात बुधवार को पश्चिम बंगाल में दस्तक दे सकता है.

कोराना वायरस महामारी संकट का सामना करने के दौरान चक्रवात से लोगों के जान-माल की क्षति को कम करने के लिए तैयारियों की समीक्षा करने के वास्ते शनिवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा के तहत राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की बैठक हुई.

ये भी पढ़ें-


लॉकडाउन-4: रेड जोन में भी अब गैर जरूरी सामान की डिलिवरी कर सकेंगी ई-कॉमर्स कंपनियां

- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -

TRENDING NOW

© Copyright@2024.ABP Network Private Limited. All rights reserved.