भारतीय सेना ने पाकिस्तान के ‘फॉल्स-फ्लैग’ के दावे और पाकिस्तानी सेना के एलओसी पर हाई-अलर्ट होने के दावे को ‘प्रोपेगेंडा’ करार दिया है. सूत्रों के मुताबिक, 11 दिसम्बर को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी, आईएसआई द्वारा विभिन्न देशों के राजनयिकों और मिलिट्री-अटैशे (अटैचे) के सम्मेलन से पहले पाकिस्तान ऐसा प्रोपेगेंडा कर रहा है.
बुधवार को पाकिस्तानी सेना के हवाले से पाकिस्तानी मीडिया ने खबर जारी की कि भारतीय सेना ‘फॉल्स फ्लैग’ ऑपरेशन कर एलओसी पर सर्जिकल स्ट्राइक या फिर कोई बड़ा ऑपरेशन कर सकती है. फॉल्स-फ्लैग दरअसल, एक ऐसा ऑपरेशन होता है जो किसी काल्पनिक या फिर झूठे कारणों के चलते किया जाता है. पाकिस्तानी मीडिया ने यहां तक दावा किया कि भारत में चल रहे किसान-आंदोलन से ध्यान भटकाने के लिए भारतीय सेना ऐसा कोई ऑपरेशन पाकिस्तानी सेना के खिलाफ कर सकती है. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, इसीलिए पाकिस्तानी सेना ने भारत से सटी एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) पर अपनी सेना को ‘हाई अलर्ट’ पर कर दिया है.
पाकिस्तान के दावे को प्रोपेगेंडा करार दिया गया
लेकिन भारतीय सेना के उच्चपदस्थ सूत्रों ने पाकिस्तान के इस दावे को ‘प्रोपेगेंडा’ यानि भ्रामक-प्रचार करार दिया है. सूत्रों ने ये भी बताया कि 11 दिसम्बर के सम्मेलन से पहले पाकिस्तान भारत के खिलाफ झूठा-प्रचार करना चाहता है. क्योंकि शुक्रवार को आईएसआई इस्लामाबाद स्थित कई देशों के राजनयिकों और मिलिट्री-अटैशे (अटैचे) के लिए सम्मेलन आयोजित कर एलओसी की स्थिति पर चर्चा करना चाहता है.
ईरान और अफगानिस्तान से बात करेगा पाकिस्तान
सूत्रों के मुताबिक, हालांकि, इस सम्मेलन में पाकिस्तान ईरान और अफगानिस्तान से सटी सीमा और काउंटर-टेरेरिज्म ऑपरेशन्स के प्रयासों के बारे में भी चर्चा करेगा. लेकिन इस सम्मेलन का एक मुख्य कारण भारत के खिलाफ झूठा प्रचार करना है. क्योंकि भारत अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तानी सेना के एलओसी पर आतंकियों की घुसपैठ और कश्मीर में अशांति फैलाने की साजिश को बेनकाब करता रहता है. इसके चलते ही पाकिस्तान के लिए एफएटीएफ (फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स) की ब्लैक लिस्ट में जाने का खतरा बढ़ गया है. अगले साल फरवरी के महीने में एफएटीएफ की कॉन्फ्रेंस है जिसमें इस मुद्दे पर फैसला होना है—फिलहाल पाकिस्तान ग्रे-लिस्ट में है.
पाकिस्तानी सेना ने एलओसी पर की थी गोलीबारी
बुधवार को भी पाकिस्तानी सेना ने एलओसी के मनकोट इलाके में सीजफायर का उल्लंघन किया था. भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की तो उसमें पाकिस्तानी सेना के दो जवान मारे गए थे. खुद पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग, आईएसपीआर ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी थी. जबकि पाकिस्तानी अपने सैनिकों के मारे जाने की खबर को इस तरह से सार्वजनिक रूप से कम ही प्रसारित करता है. उकसावे की कार्रवाई कर पाकिस्तान शुक्रवार के सम्मेलन से पहले ‘विक्टिम-कार्ड’ खेलने की फिराक में है.
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