मध्य प्रदेश: बड़ी ही धूमधाम से दूल्हे को बारात ले जाते हुए आपने देखा होगा. लेकिन क्या दुल्हन को भी बारात ले जाते सुना है ? अगर नहीं सुना है तो खंडवा में ऐसी अनोखी शादी की चर्चा हर शख्स की जुबान पर है. यहां दो बहनें घोड़े पर सवार, हाथों में तलवार, सिर पर साफा बांधे जब निकली तब लोग देखते ही रह गये.


जब घोड़ी पर सवार दुल्हन की निकली बारात 


पाटीदार समाज में लड़कियों की भी बारात धूमधाम से निकाले जाने की परंपरा है. पाटीदार समाज की वर्षों पुरानी परंपरा का सदियों से पालन किया जाता रहा है. दोनों बहनों की बारात भी बैंड-बाजे के साथ निकली जिसमें लोग थिरकते नजर आए. ये दुल्हनें ना सिर्फ घोड़ी पर सवार होकर अपनी बारात दूल्हे के घर ले गई बल्कि शादी का पूरा कार्यक्रम ही संदेशों भरा रहा. एक तरफ दुल्हन के परिवार वालों ने पर्यावरण संरक्षण का पूरा ख्या रखा.


उन्होंने पर्यावरण को बचाने और स्वच्छता रखने की खातिर रूमाल पर निमंत्रण पत्र को छपवाकर पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने का काम किया तो वहीं दूल्हे वालों ने भी आधार कार्ड की तरह निमंत्रण पत्र छपवाकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का सामाजिक संदेश दिया. ज्यादातर समाज में लड़कों को दुल्हन के घर बारात ले जाने की परंपरा है मगर पाटीदार समाज आज भी लड़कियों की बारात धूमधाम से निकालता है. महिलाओं को सशक्त करने के लिए शासन की भले ही कई तरह की योजनाएं चल रही हैं मगर पाटीदार समाज में बरसों पहले लड़कियों को भी लड़कों के बराबर दे दिया गया है.


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