भारत बायोटेक और ICMR द्वारा तैयार किए गए कोरोना वैक्सीन COVAXIN का फेस वन ह्यूमन ट्रायल हुआ शुरू
COVAXIN को भारत बायोटेक ने आईसीएमआर- NIV पुणे की मदद से तैयार किया है. COVAXIN का ट्रायल देश के 12 जगहों के अस्पतालों में होना है.
आज भारत बायोटेक और आईसीएमआर द्वारा तैयार किए गए कोरोनावायरस वैक्सीन COVAXIN का फेस वन ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गया. को हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज ने इसकी जानकारी दी. क्या ह्यूमन ट्रायल पीजीआई रोहतक में किया गया. अनिल विज ने अपने ट्वीट में लिखा "भारत बायोटेक के कोरोना वैक्सीन (COVAXIN) के साथ मानव परीक्षण आज पीजीआई रोहतक में शुरू हुआ. आज तीन लोगों को यह वैक्सीन दिया गया. सभी ने वैक्सीन को बहुत अच्छी तरह से सहन किया है. कोई प्रतिकूल प्रयास नहीं थे."
वही इस बारे में जानकारी देते हुए भारत बायोटेक लिमिटेड ने बताया की भारत का पहला स्वदेशी Covid19 वैक्सीन कोवाक्सिन ने 15 जुलाई 2020 को देश भर में चरण -1 नैदानिक परीक्षणों की शुरुआत की. भारत में 375 स्वयंसेवकों में एक यादृच्छिक, डबल-ब्लाइंड प्लेसबो-नियंत्रित ट्रायल किया जाएगा.
COVAXIN को भारत बायोटेक ने आईसीएमआर- NIV पुणे की मदद से तैयार किया है. COVAXIN का ट्रायल देश के 12 जगहों के अस्पतालों में होना है. जिसमें विशाखापत्तनम, रोहतक, एम्स दिल्ली, एम्स पटना, बेलगाम, नागपुर, गोरखपुर, चेंगलपत्तू, पुंजगुत्ता- हैदराबाद, भूबनेश्वर, कानपुर, ओशलाबाग विलेज गोवा शामिल है.
इन सभी जगहों के अस्पतालों के हेड को आईसीएमआर के डीजी डॉ बलराम भार्गव ने COVAXIN के ट्रायल को लेकर चिट्ठी लिखी है और ज़ोर दिया है कि वेक्सिन को जल्द से जल्द लॉन्च करने की जरूरत है. इसी चिट्ठी में उन्होंने लिखा था की किसी भी सूरत में 7 जुलाई तक ट्रायल शुरू करें.
-फिलहाल यही सबसे अहम प्रोजेक्ट है जिसपर सरकार के शीर्षस्थ लोगों की नजर और निगरानी है.
-जल्द से जल्द ट्रायल पूरा करें जिससे 15 अगस्त तक हम इस वैक्सीन को लॉन्च कर पाएं.
- हालांकि ये आप लोगों के सहयोग और क्लीनिकल ट्रायल के परिणाम पर निर्भर करेगा.
- पर क्लीनिकल ट्रायल में देरी हुई तो उसको गंभीरता से लिया जाएगा.
भारत मैं भारत बायोटेक लिमिटेड के अलावा Zydus cadilla नाम की कंपनी को भी करना कि वैक्सिंग के निमंत्रण के फेस 1 फेस 2 क्लिनिकल ट्रायल की अनुमति मिली है. हाल ही में इस कंपनी ने भी यूं मंत्रालय की शुरुआत की है. भारत के अलावा यूएस, यूके, रशिया, चीन, इजरायल में वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल किए जा चुके हैं.