नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) से सरकारी विभागों में धोखाधड़ी की जांच-पड़ताल के लिए नए तकनीकी तौर-तरीके विकसित करने की अपील की. पीएम मोदी ने साथ ही देश को 5 हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में सीएजी से अपनी भूमिका निभाने को कहा.
प्रधानमंत्री यहां नियंत्रक और महालेखा परीक्षकों के एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, "कैग को पेशे से जुड़ी धोखाधड़ी से निपटने के लिए नवीन तौर तरीकों पर ध्यान देना चाहिए." उन्होंने लेखा परीक्षक प्रशासन संचालन और क्षमता में सुधार लाने में योगदान करने के लिए कहा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार 2022 तक साक्ष्य समर्थित नीति बनाने की दिशा में बढ़ना चाहती है और कैग इसमें थिंकटैंक बनकर और आंकड़ों के व्यापक विश्लेषण पर ध्यान देकर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘भारत 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की ओर अग्रसर है और हमारा लक्ष्य है कि साल 2022 तक प्रमाण समर्थित नीति निर्माण को शासन का हिस्सा बनाया जाए.’’
उन्होंने सरकारी विभागों में धोखाधड़ी को जड़ से समाप्त करने के लिए कैग से तकनीकी उपाय विकसित करने के लिए कहा. बता दें कि मोदी सरकार देश को 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने को संकल्पित है.
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