लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 'आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान' की शुरुआत की. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जुड़े रहे. सीएम योगी की इस महतावाकांक्षी योजना को उनका ड्रीम प्रोजेक्ट माना जा रहा है. इसके तहत मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगारों व राज्य के एक करोड़ लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का खाका तैयार किया है. रोजगार अभियान के वर्चुअल लॉन्चिंग के मौके पर राज्य सरकार के संबंधित विभागों के मंत्री भी मौजूद रहे.
प्रवासी कामगार कुर्बान अली से पीएम ने की बात
पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सिद्धार्थ नगर के प्रवासी श्रमिक कुर्बान अली से बात की. कुर्बान हाल ही में मुंबई से अपने घर वापस लौटे हैं. मुंबई में कुर्बान बढ़ई का काम करते थे. पीएम मोदी से उन्होंने गांव में चल रहे रोजगार को लेकर सरकार के प्रयासों की बात साझा की. उन्होंने बताया कि उन्हें यहां राजमिस्त्री का काम मिला है. यही नहीं उन्हें प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी दिया गया है.
दीपू को मिला बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट में काम
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने जालौन के दीपू से बात की. दीपू इससे पहले हैदराबाद में काम करता था और लॉकडाउन के चलते वह अपने गांव लौट आया. यूपी सरकार की तरफ से उसे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट में उसे रोजगार दिया है. वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी ने गोरखपुर के नागेंद्र सिंह से उनके रोजगार के बारे में पूछा. नागेंद्र को भी उनके गांव में रोजगार मुहैया कराया गया है. इससे पहले वे अहमदाबाद में काम करते थे.
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि करीब सवा करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा. 2 लाख 68 हजार एमएसएमई इकाइयों को 6556 करोड़ रुपये का ऋण प्रदान किया गया है. पीएम मोदी ने वैश्विक महामारी के दौरान समयबद्ध ढंग से फैसला लिया है.
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