तमिलनाडु में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM भी मैदान में है. पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने चेन्नई में आरोप लगाया कि AIADMK अब जयललिता के आदर्शों को दरकिनार कर नरेंद्र मोदी की गुलाम बन गयी है. उन्होंने कहा, जयललिता ने हमेशा अपनी पार्टी को बीजेपी से दूर रखा लेकिन अब ऐसा नहीं है.
कई लोगों का ये भी मानना है कि AIMIM के इन चुनावों में उतरने से बीजेपी को फायदा होगा. ओवैसी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "ऐसा कहा जा रहा है कि इन चुनावों में हमारे उतरने से बीजेपी को फायदा होने जा रहा है, मुझे ये बात समझ से परे लगती है. क्या DMK मुझे ये बता सकती है कि उनकी धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा क्या है. महाराष्ट्र में कांग्रेस शिवसेना का समर्थन कर रही है. क्या DMK इस बात पर जवाब दे सकती है कि शिवसेना धर्मनिरपेक्ष है या साम्प्रदायिक."
जहां चाहें वहां से लड़ेंगे चुनाव
ओवैसी ने कहा, "हमारी पार्टी जहां से भी चुनाव लड़ती है, वहां हम पर आरोप लगाया जाता है कि इनकी इनसे डील हो गयी है. हम किस-किस से डील करेंगे. हमें अगर चुनाव लड़ना होगा तो हम बिहार के सीमांचल में भी लड़ेंगे और बंगाल में भी लड़ेंगे."
बता दें कि AIMIM ने पिछले कुछ चुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया है. पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी. इसके बाद एआईएमआईएम ने गुजरात और हैदराबाद में हुए निकाय चुनाव में जबरदस्त सफलता हासिल की थी. AIMIM ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भी किस्मत आजमाने का फैसला लिया है.
तमिलनाडु में 6 अप्रैल को होने हैं चुनाव
तमिलनाडु में सभी 234 सीटों पर 6 अप्रैल को एक चरण में चुनाव होने हैं. टीटीवी दिनाकरन ने पिछले दिनों कहा था भले ही शशिकला ने राजनीति को अलविदा कर दिया हो लेकिन उनकी पार्टी अम्मा मक्कल मुनेत्र कजगम (एएमएमके) चुनाव लड़ेगी. एएमएमके के अलावा डीएमके भी सत्तारूढ़ एआईएडीएमके-बीजेपी गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ रही है. डीएमके ने चुनाव में कांग्रेस और अन्य दलों के साथ गठबंधन किया है.
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