(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बंगाल में सिख युवक की पगड़ी खींचे जाने पर CM अमरिंदर सिंह ने जताई नाराजगी, ममता से कार्रवाई की मांग की
घटना की तस्वीरें प्रसारित होने के बाद बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया. जिसके बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा कि पगड़ी झड़प में खुद ही गिर गयी थी.
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के हावड़ा में बीजेपी की रैली के दौरान एक सिख युवक पर पुलिस द्वारा कथित रूप से हमला किए जाने और उसकी पगड़ी खींचे जाने पर विवाद खड़ा हो गया. पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह ने इस घटना पर नाराजगी जतायी है. अमरिंदर सिंह ने ममता बनर्जी से सिखों की भावनाओं को आहत करने वाले पुलिस अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
बीजेपी ने भी तृणमूल कांग्रेस सरकार पर सिखों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है. राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ तक बीजेपी द्वारा निकाले गए विरोध मार्च के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प की घटनाएं सामने आई थीं.
पुलिस ने धक्कामुक्की में पगड़ी के गिरने की बात कही एक सिख शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक पुलिसकर्मी से झड़प के दौरान सिख शख्स की पगड़ी नीचे गिर जाती है. लेकिन पुलिस ने कहा कि उस व्यक्ति के हाथ में पिस्तौल थी और उसकी पगड़ी झड़प के दौरान खुद ही गिर गयी थी.
घटना की तस्वीरें प्रसारित होने के बाद बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया जिसके बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने शुक्रवार को ट्वीट किया, "प्रदर्शन के दौरान संबंधित व्यक्ति के हाथ में आग्नेयास्त्र था. पगड़ी झड़प में खुद ही गिर गयी थी और हमारे अधिकारी ने ऐसी कोई कोशिश नहीं की थी. हमारी भावना कभी किसी समुदाय को आहत करने की नहीं रही."
तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को बेबुनियाद बताया पगड़ी मामले में सोशल मीडिया पर कई प्रतिक्रियाएं आईं. क्रिकेटर हरभजन सिंह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टैग करते हुए ट्वीट किया, 'कृपया मामले को देखिए. यह सही नहीं है.' शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए बनर्जी से कार्रवाई की मांग की. वहीं तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को 'बेबुनियाद' बताकर खारिज कर दिया.
सिख युवक की पहचान बठिंडा निवासी 43 साल के बलविंदर सिंह के रूप में हुई है. बीजेपी नेताओं का दावा है कि भारतीय सेना के पूर्व सैनिक सिंह इस समय एक बीजेपी नेता के निजी सुरक्षा अधिकारी के रूप में काम कर रहे हैं. पुलिस के अनुसार उनके पास से एक पिस्तौल जब्त की गयी है. पिस्तौल का लाइसेंस अगले साल जनवरी तक वैध है.
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार में देश की सेवा करने वाले बहादुर जवानों को भी नहीं छोड़ा गया. उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की. बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव अरविंद मेनन ने भी पश्चिम बंगाल पुलिस की निंदा की.
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