असम सरकार ने लोगों को मिजोरम न जाने की दी सलाह, कांग्रेस ने कहा- देश के लिए शर्मसार करने वाला दिन
असम-मिजोरम की सीमा पर झड़प के बाद अब असम सरकार ने एडवाइजरी जारी कर अपने लोगों को मिजोरम न जाने की सलाह दी है. साथ ही मिजोरम में रह रहे लोगों और इमरजेंसी में जाने वाले लोगों से सावधान रहने के लिए कहा.
नई दिल्ली: कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि यह देश के लिए शर्मसार करने वाला दिन है क्योंकि एक राज्य को अपने यहां के लोगों को दूसरे राज्य की यात्रा को लेकर परामर्श जारी करना पड़ा है. कांग्रेस महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने असम सरकार द्वारा राज्य के लोगों को मिजोरम की यात्रा से बचने के लिए जारी किए गए परामर्श का हवाला देते हुए कहा कि देश में यह सब संभव है, जब नरेंद्र मोदी हों.
उन्होंने ट्वीट में कहा, 'देश के इतिहास में सबसे शर्मसार करने वाला दिन. जब देशवासी एक प्रांत से दूसरे प्रांत में न जा पाएं, तो क्या मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को अपने पद पर बने रहने का अधिकार है? मोदी है तो यही मुमकिन है.'
किसी राज्य सरकार द्वारा जारी इस तरह का पहला परामर्श
असम सरकार ने गुरुवार को यात्रा परामर्श जारी करके राज्य के लोगों से अशांत परिस्थितियों के मद्देनजर मिजोरम की यात्रा से बचने और वहां काम करने वाले और रहनेवाले राज्य के लोगों से 'अत्यंत सावधानी बरतने' को कहा है. किसी भी राज्य सरकार द्वारा जारी किया गया इस तरह का यह शायद पहला परामर्श है. असम के गृह सचिव एम एस मणिवन्नन द्वारा जारी परामर्श में कहा गया, 'मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए, असम के लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मिजोरम की यात्रा न करें क्योंकि यह स्वीकार नहीं किया जा सकता कि असम के लोगों को कोई भी खतरा उत्पन्न हो.'
कछार जिले के एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि असम-मिजोरम सीमा पर अब ‘स्थिति शांत एवं नियंत्रण’ में है. दोनों राज्यों के बीच सीमा पर लैलापुर में केंद्रीय बल मौजूद हैं और राज्य पुलिस के कर्मी अपने-अपने सीमा क्षेत्रों में 100 मीटर पीछे तैनात हैं.
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