बंगाल में मुफ्त कोरोना वैक्सीन पर उत्तराखंड के CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा- कीमत अहम नहीं, सभी को टीका लगना जरूरी
बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बड़ा एलान किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में हर किसी को फ्री वैक्सीन देने के इंतजाम किए जा रहे हैं. कल ही ये एलान हुआ है कि 16 जनवरी से देश में टीकाकरण का काम शुरू हो जाएगा. आज ममता ने मुफ्त वैक्सीन का एलान किया. ऐसे में बीजेपी ने उन पर हमला बोलना शुरु कर दिया है.
नई दिल्ली: ममता बनर्जी ने बंगाल के सभी लोगों को फ्री कोरोना वैक्सीन देने का ऐलान किया है. इसपर अब सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी ने इसे सियासत करार दिया है. मुफ्त कोरोना वैक्सीन पर उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कीमत अहम नहीं, सभी को टीका लगना जरूरी है. वहीं यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस पर सियासत ठीक नहीं है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने कहा, कोरोना वैक्सीन मुफ्त में देना बड़ा मुद्दा नहीं, बड़ा मुद्दा ये है कि सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराई जाए. सवाल खड़ा करना आसान है. लेकिन सबसे पहले हमारा मकसद लोगों का जीवन बचाना होना चाहिए. हमारी टीम इस ओर अच्छे से काम कर रही है.
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ममता के एलान पर कहा कि वैक्सीन के लिए केंद्र सरकार ने पहले से काफी तैयारी कर रखी है. वैक्सीन सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी जाएगी. कोरोना वैक्सीन पर सियासत ठीक नहीं है.
ममता ने बंगाल में फ्री वैक्सीन देने का किया ऐलान सीएम ममता बनर्जी ने कहा, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि हमारी सरकार राज्य के सभी लोगों को बिना किसी लागत के कोरोना वैक्सीन की सुविधा देने की व्यवस्था कर रही है. एक दिन पहले ही केंद्र सरकार ने ऐलान किया है कि 16 जनवरी से देश में टीकाकरण का काम शुरू हो जाएगा. आज ममता ने मुफ्त वैक्सीन का एलान किया. ऐसे में बीजेपी ने उन पर हमला बोलना शुरु कर दिया है.
16 जनवरी से शुरू होगा कोरोना वैक्सीन टीकाकरण केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा, ये तय किया गया है कि आगामी त्योहारों- लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल, माघ बिहू आदि को देखते हुए कोविड-19 टीकाकरण 16 जनवरी 2021 से शुरू होगा. टीकाकरण कार्यक्रम के शुरुआती चरणों में पहले स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनकी अनुमानित संख्या तकरीबन तीन करोड़ है. इसके बाद 50 साल से ऊपर की आयु वाले गंभीर बीमारियों के शिकार लोगों को टीका लगाया जाएगा, जिनकी अनुमानित संख्या 27 करोड़ के आसपास है.
तीन जनवरी को दो वैक्सीन, भारत बायोटेक कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशिल्ड को आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमोदित किया गया था.
ये भी पढ़ें- कोरोना अपडेट: देश में लगातार तीसरे दिन 19 हजार से कम आए नए केस, अब तक 1.51 लाख संक्रमितों की मौत
Health Tips: ये 5 चीजें आपके इम्यून सिस्टम को करती हैं कमजोर, इनसे बना लें दूरी