(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव की मांग, BJP का तंज- 'सोनिया नहीं तो राहुल, नहीं तो प्रियंका, सब जानते हैं'
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "कांग्रेस के ऊपर आज अस्तित्व का संकट है. कोई नेतृत्व नहीं है, जो है उसपर भरोसा और विश्वास नहीं है."
नई दिल्ली: कांग्रेस के नेतृत्व में बदलाव के मुद्दे पर पार्टी के दो खेमे में नजर आने की स्थिति बनने के बीच आज कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हो रही है. कांग्रेस में फाड़ को लेकर बीजेपी लगातार हमलावर है. बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस सिर्फ गांधी परिवार तक ही सीमित है, पार्टी का अध्यक्ष गांधी परिवार से ही कोई बनेगा.
यूपी कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, "जब से इंदिरा गांधी ने कांग्रेस 'I' मतलब कांग्रेस इंदिरा बनाई तबसे साफ है अध्यक्ष उनके परिवार का ही कोई बनेगा. देश की जनता जानती है सोनिया गांधी नहीं तो राहुल गांधी, राहुल गांधी नहीं तो प्रियंका गांधी वाड्रा. इसी परिवार के बीच घूमकर रह जाना है."
वहीं मध्य प्रदेश के गृह मंत्री ने कहा, "ये सच है कि कांग्रेस में बहुत सारे योग्य उम्मीदवार है, सोनिया गांधी जी हैं, राहुल गांधी जी, प्रियंका गांधी, रेहान वाड्रा, मायरा गांधी जी हैं. कांग्रेस वो विद्यालय है जहां स्टूडेंट चाहे कितना अच्छा पढ़ ले वहां फर्स्ट तो हेडमास्टर साहब का बच्चा ही आएगा."
"कांग्रेस का कोई नेतृत्व नहीं है, जो है उसपर भरोसा नहीं है" वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "कांग्रेस अब दुर्गति को प्राप्त हो रही है, नेतृत्व पर विश्वास नहीं रहा. एक नेता जो अपने आप को युवा नेता कहते थे वो पहले ही अध्यक्ष पद छोड़कर भाग चुके हैं, अब जो वर्तमान नेतृत्व है उसपर ही प्रश्नचिन्ह उठा दिए गए. कई नेताओं ने चिट्ठियां लिखी हैं. कांग्रेस के ऊपर आज अस्तित्व का संकट है. कोई नेतृत्व नहीं है, जो है उसपर भरोसा और विश्वास नहीं है. वो दिशा नहीं दे पा रहा, वो फैसले नहीं कर पा रहा."
कांग्रेस में उठे सियासी बवंडर के बीच होगी CWC की बैठक सीडब्ल्यूसी की बैठक से एक दिन पहले रविवार को पार्टी में उस वक्त नया सियासी बवंडर खड़ा हो गया जब पूर्णकालिक एवं जमीनी स्तर पर सक्रिय अध्यक्ष बनाने और संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को 23 वरिष्ठ नेताओं की ओर से पत्र लिखे जाने की जानकारी सामने आई.
कांग्रेस में नेतृत्व के मुद्दे पर पार्टी दो खेमे में बंटी नजर आ रही है. हालांकि, इस पत्र की खबर सामने आने के साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ एवं युवा नेताओं ने सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व में भरोसा जताया और इस बात पर जोर दिया कि गांधी-नेहरू परिवार ही पार्टी को एकजुट रख सकता है.
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