राहुल गांधी के इमरजेंसी वाले बयान पर घमासान, बीजेपी बोली- गली के हर मोड पर इनके गुनाहों के ढेर
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाया गया आपातकाल एक 'गलती' थी. उन्होंने कहा कि उस दौरान जो भी हुआ वह 'गलत' था लेकिन वर्तमान परिप्रेक्ष्य से बिलकुल अलग था क्योंकि कांग्रेस ने कभी भी देश के संस्थागत ढांचे पर कब्जा करने का प्रयास नहीं किया.
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने स्वीकार किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाई गई इमरजेंसी एक 'गलती' थी. राहुल के इस बयान पर घमासान मचा हुआ है. बीजेपी नेता लगातार उनपर निशाना साध रहे हैं. बीजेपी का कहना है कि उनके गुनाहों की लिस्ट बहुत लंबी है, जिसकी गिनती खत्म नहीं होगी.
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'राहुल गांधी माफी मांगते थक जाएंगे लेकिन उनके गुनाहों की गिनती खत्म नहीं होगी. इमरजेंसी में जिन लोगों ने अपनी जाने गंवाई, जिस तरह से उन्होंने लोकतंत्र की हत्या की. ये माफी करने लायक है? इनकी गुनाहों के गली के हर मोड पर इनके गुनाहों के ढेर दिखेंगे.'
वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'राहुल गांधी जो आज कह रहे हैं उनको कई सालों बाद लगेगा कि वे गलती कर रहे थे. तब फिर उनको माफी मांगनी पड़ेगी. प्रधानमंत्री के बारे में वे जैसी बेहुदी टिप्पणियां कर देते हैं. पता नहीं कब ट्यूबलाइट जलती है कब उनको पता चलता है कि गलत था.'
इमरजेंसी पर राहुल गांधी का बयान अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और भारत के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु के साथ हुई बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि वह कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र के पक्षधर हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भारत की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी, देश को उसका संविधान दिया और समानता के लिए खड़ी हुई. आपातकाल पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि वह एक गलती थी. बिलकुल, वह एक गलती थी. और मेरी दादी (इंदिरा गांधी) ने भी ऐसा कहा था.'
आपातकाल के अंत में इंदिरा गांधी ने चुनाव की घोषणा की थी इस बाबत प्रणब मुखर्जी ने बसु से कहा था कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उन्हें हारने का डर था. इस संबंध में पूछे गए सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि आपातकाल में जो भी हुआ वह 'गलत' था और उसमें तथा आज की परिस्थिति में मूलभूत अंतर है.
पिता राजीव गांधी की हत्या को लेकर उन्होंने कहा कि उनकी हत्या आशंका पहले से थी. उनकी हत्या की जानकारी फोन पर दी गई. जब हत्या हुई तो मैंने कहा 'अच्छा ये हो गया!' यह बेहद दर्दनाक था लेकिन इसने मेरी हिंसा से लेकर अन्य बातों को समझ बढ़ाई. पिता के हत्यारे प्रभाकरन की मौत को देख कर बुरा लगा. लगा कि यह भी किसी का पिता होगा. प्रियंका से फोन पर बात की. उन्होंने भी कहा कि मुझे भी तुम्हारी तरह बुरा लग रहा है.
ये भी पढ़ें- Taapsee Pannu और Anurag Kashyap सहित कई दिग्गजों के घर इनकम टैक्स का छापा
क्या पीएम मोदी की रैली में शामिल होंगे 'दादा' सौरव गांगुली? जानिए बीजेपी ने इस पर क्या कहा