छत्तीसगढ़ कांग्रेस विवाद: सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव की कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात के बाद भी छत्तीसगढ़ कांग्रेस का झगड़ा थमता नहीं दिख रहा है.ये उमीद जताई जा रही थी की राहुल गांधी के साथ सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की मुलाकात के बाद छत्तीसगढ़ का झगड़ा खत्म हो जाएगा. हालांकि पिछले 2 दिन से जो गहमागहमी रायपुर से लेकर दिल्ली में दिखाई दे रही है, उसे देखकर तो यही लगता है की छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के अंदर लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है.
कांग्रेस आलाकमान से सीएम बघेल और मंत्री सिंहदेव की बातचीत के बाद पिछले दो दिन के अंदर करीब 35 विधायक और 3 मंत्री दिल्ली पहुंच चुके हैं. आज करीब 15 से 20 विधायक और दिल्ली पहुंच सकते हैं. विधायकों के दिल्ली पहुंचने के बाद एक बार फिर यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या छत्तीसगढ़ में विधायकों ने अब बगावती तेवर अपना लिया है.
प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से लेकर प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम तक यही कह रहे हैं की जो विधायक दिल्ली गए हैं वो अनुशासन में रहें. दिल्ली आलाकमान ने इनमें से किसी भी विधायक को मिलने के लिए नहीं बुलाया है. जो विधायक कल रात दिल्ली पहुंचे थे वो सभी रात करीब 12 बजे ही पीएल पुनिया से मुलाकात के लिए पहुंच गए थे.
छत्तीसगढ़ में 2 महीने से छिड़ा हुआ है घमासान
छत्तीसगढ़ में ढाई ढाई साल सीएम बने रहने के मसले पर पिछले 2 महीने से घमासान छिड़ा हुआ है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री के बीच तल्खी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के दोनों नेताओं के साथ बैठक के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला जिसके बाद सीएम बघेल और सिंहदेव की लड़ाई दिल्ली दरबार तक पहुंच गई.
छत्तीसगढ़ में ढाई ढाई साल सीएम बने रहने के मसले पर पिछले 2 महीने से घमासान छिड़ा हुआ है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री के बीच तल्खी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के दोनों नेताओं के साथ बैठक के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला जिसके बाद सीएम बघेल और सिंहदेव की लड़ाई दिल्ली दरबार तक पहुंच गई.
दोनों नेताओं से राहुल गांधी ने करीब 3 घंटे तक दिल्ली में मुलाकात की. प्रदेश की जनता से लेकर अधिकारियों और नेताओं को यह लगा था कि अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस का विवाद सुलझ जाएगा, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रायपुर लौटने के बाद विधायकों के साथ उनकी बैठक हुई. उसके बाद विधायकों के दिल्ली जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. कहा जा रहा है करीब 50 से अधिक विधायक दिल्ली जाएंगे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी आज दिल्ली आ रहे हैं.
क्या हो सकता है दिल्ली में
कांग्रेस के विधायक और मंत्री जिस तरह से दिल्ली जा रहे है उससे एक बात तो साफ है की ये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से एक तरह का शक्ति प्रदर्शन ही है. उधर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव खुद कैप्टन बनने की बात तो कह रहे हैं, लेकिन उन्होंने हर बात आलाकमान के ऊपर छोड़ी हुई है. वो खुद को इस पूरी लड़ाई से दूर रखकर आलाकमान के बताए हुए रास्ते में चलने वाले नेता के तौर पर पेश कर रहे हैं.
कांग्रेस के विधायक और मंत्री जिस तरह से दिल्ली जा रहे है उससे एक बात तो साफ है की ये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से एक तरह का शक्ति प्रदर्शन ही है. उधर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव खुद कैप्टन बनने की बात तो कह रहे हैं, लेकिन उन्होंने हर बात आलाकमान के ऊपर छोड़ी हुई है. वो खुद को इस पूरी लड़ाई से दूर रखकर आलाकमान के बताए हुए रास्ते में चलने वाले नेता के तौर पर पेश कर रहे हैं.
दिल्ली में अब तक 34 विधायक पहुंच चुके हैं. दिल्ली एयरपोर्ट के पास एक होटल में सभी विधायकों को ठहराया गया है. विधायकों के लिए 2 बस बुक हो गई है. यहीं से सभी विधायक पीएल पुनिया से मिलने जाएंगे इसके अलावा केसी वेणुगोपाल से भी मिलने का प्रयास किया जाएगा. उसके बाद ये विधायक राहुल गांधी से मिलने का समय मागेंगे. सूत्रों के मुताबिक विधायक छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन के पहले राहुल गांधी को उनकी राय से अवगत करवाना चाहते हैं.
छत्तीसगढ़ की सियासत के लिए गहमागहमी भरा होगा आज का दिन
इसके अलावा यह भी हो सकता है की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली आलाकमान के सामने यह बताने की कोशिश करें की देखिए बहुमत का समर्थन मेरे साथ है. अगर ऐसी स्थिति बनती है तो स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव का अगला कदम क्या होगा इस पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हुई हैं.
कहा यह भी जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मिलेंगे. इन नेताओं से मिलने के बाद एक बार फिर से अपनी बात रख सकते हैं कुल मिलाकर आज का दिन यानी कि 27 अगस्त को छत्तीसगढ़ की सियासत के लिए गहमागहमी भरा रहेगा.
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