Meghalaya Assembly Elections: मेघालय में विपक्षी दल कांग्रेस के 18 में से 12 विधायक पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. इसी के साथ 60 सदस्यीय विधानसभा में 2018 के विधानसभा चुनावों में कोई सीट नहीं जीतने के बावजूद, तृणमूल कांग्रेस मेघालय के सदन में मुख्य विपक्षी दल बन गई. इसके बाद मेघालय में राजनीति हो गई है. कांग्रेस ने ममता बनर्जी पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया है.
एबीपी न्यूज के साथ खास बातचीत में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "ममता खरीद फरोख्त कर रहीं हैं. मैं चुनौती देता हूं इन विधायकों की हिम्मत है तो कांग्रेस का चुनाव चिन्ह छोड़ कर टीएमसी के चिन्ह पर लड़करह दिखाएं. ये मुकुल संगमा, लुइजिनो फलेरियो और प्रशांत किशोर मिलकर कर रहे हैं. मैं जानता हूं इन नार्थ ईस्ट के नेताओं को... दिन में कुछ और रात में कुछ और.."
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'कांग्रेस को तोड़ने की साजिश सिर्फ मेघालय में नहीं उत्तर पूर्व के सभी राज्यों में हो रही है. पहले से ही जानकारी थी मेघालय में यह होने वाला है. टीएमसी में शामिल विधायक कांग्रेस के चिन्ह पर जीते हैं.' दरअसल, मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री संगमा सितंबर में शिलांग लोकसभा सदस्य विन्सेंट ए. पाला की राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति से नाराज बताए जा रहे हैं. संगमा ने कथित तौर पर पिछले महीने कोलकाता में तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी से मुलाकात की थी, जिससे पूर्वोत्तर राज्य में कांग्रेस के भीतर कथित दरार के बीच अटकलें तेज हो गईं. संगमा ने इसे शिष्टाचार मुलाकात करार दिया था.
दिल्ली में होने के बाद भी सोनिया से ममता ने नहीं की मुलाकात
बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होने के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं की. इसपर अधीर रंजन ने कहा, 'सोनिया के पास ममता जाएंगी तो मोदी जी गुस्सा हो जाएंगे. 20 अगस्त सोनिया गांधी की अगुवाई में विपक्ष की बैठक हुई थी. 6 सितंबर को ईडी दफ्तर में अभिषेक बनर्जी को बुलाया गया, फिर तो मोदी जी मिलना ममता का बनता है. उन्हें अपने भतीजे को बचाना है. बीजेपी को खुश करने के लिए ऐसा किया जा रहा है.'
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