भोपाल: अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास के मुद्दे पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने एबीपी से खास बातचीत की. दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर दावा किया है कि मंदिर का शिलान्यास शुभ मुहूर्त में नहीं किया जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि राम मंदिर धर्म आस्था का विषय है, इसमें कोई राजनीति नहीं है.


दिग्विजय सिंह ने कहा, 'हम सब चाहते हैं अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बने. हम राजनीति नहीं चाहते हैं. हम बस इतना चाहते हैं कि शुभ मुहूर्त में राम मंदिर का शिलान्यास हो. राम हमारे अराध्य देव हैं. सनातन धर्म के संत शंकराचार्य ने 40 सालों तक राम मंदिर बनने के पक्ष में लड़ाई लड़ी है. मैं उनका शिष्य भी हूं. उन्होंने ही बताया है कि मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त की तारीख शुभ नहीं है.'


उन्होंने कहा, कांग्रेस ने कभी भी राजनीति को धर्म का आधार नहीं बनाया. ये आस्था का सवाल है. याद करिए जब सरदार बल्लभ भाई पटेल, पंडित जवाहर लाल नहेरू मंत्रिमंडल के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर थे और डॉ राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रपति थे और तभी सोमनाथ मंदिर का निर्माण हुआ था. तब हमने कांग्रेस या बीजेपी नहीं किया था.


हालांकि कांग्रेस के तीन बड़े नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी राम मंदिर पर अलग ही बात कह रहे हैं. प्रियंका गांधी ने अपने ताजा ट्वीट में लिखा, "सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु राम नाम का सार है. राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं. भगवान राम और माता सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने."


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