नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में उपचुनाव के मद्देनजर पार्टी नेताओं का एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी बीच चुनाव आयोग ने बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय और कांग्रेस पार्टी के सज्जन सिंह वर्मा को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. विजयवर्गीय को कांग्रेस नेताओं दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के खिलाफ उनकी कथित 'चुन्नू-मुन्नू' वाली टिप्पणी के लिए नोटिस भेजा है और अगले 48 घंटे में जवाब देने को कहा है.
नोटिस के अनुसार इंदौर के सांवेर में 14 अक्टूबर को एक चुनावी सभा में दोनों कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दिया गया बयान आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन करने वाला पाया गया है. नोटिस मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिली रिपोर्ट पर आधारित है.
नोटिस में कहा गया, "आयोग आपको उक्त कथित बयान पर नोटिस मिलने के 48 घंटे के भीतर आपका रुख स्पष्ट करने के लिए अवसर देती है. ऐसा नहीं होने पर निर्वाचन आयोग आगे आपको कोई जानकारी दिए बिना फैसला लेगा."
'आइटम' शब्द पर चुनाव आयोग ने कमलनाथ को दी ये नसीहत
वहीं चुनाव आयोग ने कहा है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी की महिला उम्मीदवार के खिलाफ ‘आइटम’ शब्द का इस्तेमाल कर प्रचार के संबंध में उसके परामर्श का उल्लंघन किया है. आयोग ने कांग्रेस नेता को आदर्श आचार संहिता की अवधि में सार्वजनिक तौर पर इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी.
कमलनाथ ने कुछ दिन पहले एक चुनावी रैली में बीजेपी उम्मीदवार इमरती देवी के खिलाफ कटाक्ष करते हुए यह टिप्पणी की थी जिसके बाद चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया था. सत्तारूढ़ पार्टी ने कमलनाथ की इस टिप्पणी पर तीखी प्रतक्रिया व्यक्त की थी. प्रदेश बीजेपी की शिकायत और राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा इसका संदर्भ दिए जाने के बाद चुनाव आयोग ने कमलनाथ को नोटिस जारी किया था.
आयोग ने सोमवार को कांग्रेस नेता के खिलाफ आदेश जारी किया. आदेश में कहा गया, ‘‘आयोग मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को सलाह देता है कि आदर्श आचार संहिता लागू रहने के दौरान सार्वजनिक बातचीत के समय उन्हें इस तरह के शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए या ऐसे बयान नहीं देना चाहिए.’’
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