कोलकाता: बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुंच चुके हैं. आज से जेपी नड्डा नदिया जिले में 15वीं सदी के संत चैतन्य महाप्रभु के जन्मस्थान नवद्वीप से 'परिवर्तन रैली' की शुरुआत करेंगे. प्रशासन से कुछ शर्तों के साथ इसकी अनुमति मिल चुकी है. जेपी नड्डा के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी इस रैली से जुड़ सकते हैं.
हालांकि, शुक्रवार शाम तक भ्रम की स्थिति बनी रही थी क्योंकि नदिया के जिला प्रशासन से रैली की अनुमति मिलनी बाकी थी. भाजपा का दावा है कि उसे अनुमति मिल चुकी है जबकि जिला पुलिस ने कहा है कि केवल जनसभा की अनुमति दी गई है न कि रथयात्रा की. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया है कि राज्य प्रशासन और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस मामले में टाल-मटोल का रवैया अपना रहा है.
TMC ने बीजेपी पर लगाया 'द्वेषपूर्ण दुष्प्रचार' का आरोप
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा अभियान की अनुमति नहीं मिलने का आरोप लगा 'द्वेषपूर्ण दुष्प्रचार' में शामिल है. तृणमूल कांग्रेस ने ट्वीट किया, 'पश्चिम बंगाल सरकार ने यात्रा को अनुमति देने से इनकार नहीं किया है जैसा कि पश्चिम बंगाल भाजपा ने दावा किया है. वे द्वेषपूर्ण दुष्प्रचार में शामिल हैं जिसका सच से वास्ता नहीं है. भाजपा को पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा यात्रा की अनुमति नहीं देने संबंधी तथ्य पेश करने चाहिए. भाजपा खुद को पीड़ित दिखाने की कोशिश कर रही है.'
राज्य सरकार में मंत्री ब्रत्य बसु ने कहा कि यह उचित नहीं है कि राज्य सरकार एक ही जगह पर कार्यक्रम को अनुमति दे, इसलिए भाजपा से कहा गया कि संबंधित जिला प्रशासन से अनुमति ले. तृणमूल ने कहा, 'इसी मामले में उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की गई और अब मामला न्यायालय में विचाराधीन है. इसलिए हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि तृणमूल कांग्रेस का इस मामले से कोई लेना देना नहीं है.'
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