कोलकाता: पश्चिम बंगाल में इसी साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होना है. चुनाव से पहले बीजेपी ने दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी के 41 विधायक उसके खेमे में आना चाहते हैं तो तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि भगवा दल के सात सांसद उसके संपर्क में हैं.


सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कोलकाता में दावा किया, "बंगाल से भाजपा के सात लोकसभा सदस्य हमारे संपर्क में हैं. वे बहुत जल्द पार्टी में शामिल होंगे." इससे पहले बंगाल में बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया था कि उनके पास ममता बनर्जी सरकार को समर्थन दे रहे ऐसे 41 विधायकों की लिस्ट है जो पाला बदलकर भाजपा में आने के इच्छुक हैं.


उन्होंने अपने गृहनगर इंदौर में कहा, "मेरे पास 41 ऐसे विधायकों की लिस्ट है जो भाजपा में आना चाहते हैं. अगर मैं इन 41 विधायकों को भाजपा में ले लूं, तो वहां (ममता बनर्जी की) सरकार गिर जाएगी. पर हम देख रहे हैं कि इनमें से किसे लेना है और किसे नहीं. हमने सोचा है कि अगर इनमें से किसी विधायक की छवि खराब है, तो हम उसे भाजपा में नहीं लेंगे."


विजयवर्गीय का आरोप
विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में हिंसा की राजनीति चल रही है और घुसपैठिए बहुत आक्रामक रूप से भाजपा पर हमले कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "इन लोगों को लगता है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार आएगी, तो घुसपैठियों की पहचान की जाएगी और उन्हें वहां अवैध गतिविधियां चलाने का मौका नहीं मिलेगा, जिस प्रकार योगी आदित्यनाथ ने उत्तरप्रदेश में गुंडों के बाजे बजा दिए हैं."


विजयवर्गीय ने कहा, "गलत गतिविधियों में शामिल लोग पश्चिम बंगाल में बीजेपी को आगे बढ़ने से रोकना चाहते हैं. लेकिन पश्चिम बंगाल का बहुत बड़ा भद्र समाज हमारे साथ है और हम अगले विधानसभा चुनावों में वहां निश्चित रूप से अपनी सरकार बनाएंगे."


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