कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा जल्द अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. पार्टी नेतृत्व को उन्होंने समय अपने इस्तीफे की पेशकश दी है. जल्द पार्टी नए विधायक दल के नेता का चुनाव करेगी और उसके साथ ही येदियुरप्पा अपने पद से इस्तीफे का एलान कर देंगे. पार्टी नेतृत्व ने उन्हें फिलहाल अपने पद पर बने रहने के लिए कहा है. नए विकल्प का चयन होने तक वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे, हालांकि अभी येदियुरप्पा इस्तीफे की पेशकश से इनकार कर रहे हैं.


येदियुरप्पा का कहना है कि उन्होंने प्रधानमंत्री को इस्तीफे की पेशकश नहीं की है. सूत्रों की माने तो येदियुरप्पा ने कल प्रधानमंत्री के सामने इस्तीफे की पेशकश की, उन्होंने अपने खराब स्वास्थ और बढ़ती उम्र का हवाला देकर पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी. हालांकि पार्टी नेतृत्व उन्हें पहले ही बता दिया था कि उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना होगा. पार्टी नेतृत्व के अगले कदम को भापकर येदियुरप्पा ने पहले ही अपनी तरफ से इस्तीफे की पेशकश कर दी, हालांकि उससे पहले वह अपने खेमे की शोभा करंदलाजे को केंद्र में मंत्री बनाने में कामयाब हो गए.


कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री की रेस में इन नेताओं के नाम- 



  • प्रह्लाद जोशी

  • बीएल संतोष

  • लक्ष्मण सवदी, डिप्टी सीएम

  • मुर्गेश निराणी,

  • वसवराज एतनाल

  • अश्वत नारायण

  • डीवी सदानंद गौडा


प्रह्लाद जोशी- धारवाड़ से सांसद हैं. केंद्र में संसदीय कार्य मंत्री हैं. प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद कर्नाटक में बड़ी जीत का इनाम मिला और केंद्र में मंत्री बनाए गए. ब्राह्मण चेहरा हैं. गैर लिंगायत चेहरा हैं.


बीएल संतोष- पार्टी के संगठन महामंत्री हैं. ब्राह्मण चेहरा, कुशल संगठनकार, कर्नाटक में लंबे समय तक संगठन मंत्री रहे और कर्नाटक के बड़े नेता.


लक्ष्मण सवदी- येदियुरप्पा की सरकार में उप मुख्यमंत्री हैं. बड़ा लिंगायत चेहरा, तीन बार विधायक, दो बार के मंत्री, फिलहाल MLC हैं.


मुर्गेश निराणी- बिलगी विधानसभा से तीन बार विधायक, कर्नाटक सरकार में खान और भूविज्ञान मंत्री हैं. 2014 में मेक इन इंडिया पुरस्कार भी मिला है.


वसवराज एतनाल- तेजतर्रार लिंगायत नेता, बाजपई सरकार में 2002 से 2003 तक कपड़ा राज्य मंत्री थे. 2003 से 2004 तक रेल राज्य मंत्री और 2018 से विजयपुर से विधायक हैं. बीजापुर लोकसभा क्षेत्र से दो बार वे संसद सदस्य रहे हैं. एक बार विधान परिषद के सदस्य रहे.


अश्वत नारायण- वोकालिग्गा चेहरा, फिलहाल उप मुख्यमंत्री हैं. चार बार के बंगलोर मल्लेश्वरम से विधायक हैं, सदानंद गौडा के बाद बीजेपी में सबसे बड़ा वोकालिग्गा चेहरा.


डीवी सदानंद गौड़ा- केंद्र में मंत्री रहे हैं, बंगलोर उत्तर से सांसद हैं, राज्य में 2011 से 2012 तक मुख्यमंत्री रहे, एक बार प्रदेश अध्यक्ष रहे और चार बार विधायक रह चुके हैं. बीजेपी में बड़ा वोकालिग्गा चेहरा हैं.


अगले कुछ दिनों में पार्टी नेतृत्व नए मुख्यमंत्री का नाम तय कर लेगा. उसके बाद विधायक दल के नए नेता का चुनाव होगा, फिलहाल दक्षिण भारत पहली बार कमल खिलाने वाले बीएस येदियुरप्पा का सूरज अब ढलान पर है.


ये भी पढ़ें-
Punjab Politics: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ से मिले सिद्धू, आज कोई बड़ा एलान संभव


पीएम मोदी से मिले NCP चीफ शरद पवार, करीब एक घंटे चली मुलाकात