नई दिल्ली: शिवसेना के सांसद संजय राउत जो सामना के संपादक भी हैं कल उन्होंने ट्वीट कर के भारत-चीन विवाद पर मोदी सरकार को घेरा था. आज सामना के संपादकीय में प्रधानमंत्री मोदी और उनके नेतृत्व पर भारत चीन सीमा पर चल रहे विवाद को लेकर सवाल खड़े किए. सीमा पर क्या चल रहा है देश को यह बताने की भी मांग की.


कभी बीजेपी के गठबंधन के साथी रहे शिवसेना जो एक दौर तक अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में प्रधानमंत्री के नेतृत्व और विदेश नीति रक्षा विषयों पर उनके निर्णय पर तालियां बजाती थी अब बीजेपी का साथ छोड़कर विरोधी खेमे में गई है तो नेतृत्व पर सवाल भी खड़े कर रही है. सामना के संपादकीय में पूछा गया है कि 50 सालों में पहली बार 20 से ज्यादा भारतीय जवान मारे गए प्रधानमंत्री को आगे आकर वस्तु स्थिति देश की जनता को ना बताना यह धक्का दायक है. प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री से बात करते हुए चीन के विषय में देश के जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी वाली जो बात कही सामना में सवाल करते हुए कहा गया कि गलवान घाटी में क्या हुआ भारत चीन सीमा पर क्या चल रहा है अब तक भारत की जनता को नहीं बताया गया है.


गलवान घाटी में भारत चीन सीमा के बीच जो द्वंद हुआ बिना किसी हथियार के इस्तेमाल के दोनों तरफ से जनहानि हुई सामना में लिखा गया है कि जब हथियार इस्तेमाल किए बिना ही मरना मारना है तो टैंकर और परमाणु बम बनाने की क्या जरूरत सीमा पर स्थिति ऐसी देखने को मिल रही है.


"मोदी जी के नेतृत्व में भारत मजबूत हुआ है "


मोदी जी के नेतृत्व में भारत के विदेशी देशों में संपर्क अच्छे हुए हैं भारत मजबूत हुआ है आक्रामक हुआ है पिछले 6 सालों से ऐसा दावा किया जा रहा है सामना में संजय रावत ने लिखा उन्होंने यह भी कहा इस दौरान नेपाल और चीन से सीधा हमला भी हुआ और आज स्थिति ऐसी है कि भारत के सीमा से लगे किसी भी देश से संबंध अच्छे नहीं है और हमारे सत्ताविस दुनिया जीतने चले हैं इस पर आश्चर्य है.


प्रधानमंत्री मोदी का प्रधानमंत्री बनने से पहले चुनावी भाषणों को दोहराते हुए संजय राउत ने लिखा है नेहरू की असफल विदेश नीति से भीड़ की तालियां मिल सकती है पर आज जवानों का बलिदान रोकने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री मोदी की है. पुरानी बातों को याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी भाषण दिया करते थे कि गड़बड़ी सीमा पर नहीं दिल्ली में है दिल्ली की सरकार नामर्द है इसलिए दिख रहा है. आज मोदी प्रधानमंत्री हैं इन सब का सामना मोदी को ही करना पड़ेगा.


मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद जब चीन के राष्ट्रपति भारत यात्रा पर आए थे उनके साथ में चीन को लेकर तमाम बातें सामना में लिखी गई थी पुरानी बातों को याद दिलाते हुए संजय राउत ने लिखा की चीन ने नेहरू को धोखा दिया है हमने पहले ही बताया था मोदी को भी धोखा देगा और आज वह हो गया.


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