Uddhav Thackeray Government: महाराष्ट्र में मचे सिसायी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कैबिनेट मीटिंग बुलाई है, लेकिन इस मीटिंग में शिवसेना (Shiv Sena) के आठ मंत्री शामिल नहीं हुए है. इस मीटिंग में शामिल महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) में मंत्री एवं कांग्रेस नेता नितिन राउत (Nitin Raut) ने कहा कि इस मुद्दे पर किसी भी प्रकार की राजनीतिक चर्चा करने का कोई मतलब नहीं था, क्योंकि स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है. उन्होंने बताया कि सीएम उद्धव ठाकरे वर्चुअल माध्यम से इस बैठक में शामिल हुए थे, और पूरी मीटिंग के दौरान उनके चेहरे पर मुस्कान थी. 


आपको बता दें कि महाराष्ट्र में उठे सियासी तूफान के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने आज कैबिनेट बैठक बुलाई थी, जिसमें मौजूदा सियासी संकट को लेकर चर्चा की गई. उद्धव ठाकरे ने आज शाम पांच बजे अपने विधायकों को मीटिंग के लिए बुलाया है. शिवसेना ने इस मीटिंग के लिए पार्टी की ओर से व्हिप जारी किया है और बैठक में शामिल नहीं होने वाले विधायकों के खिलाफ एक्शन लेने की चेतावनी दी है. सूत्रों की माने तो इस बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे आगे की रणनीति का एलान कर सकते हैं. 


विधानसभा भंग होने के संकेत


इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत के बयान जिसमें उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा भंग हो सकती है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि चुनाव भी एक विकल्प हो सकता है. शिवसेना नेता के ये बयान इस ओर इशारा कर रहे हैं कि महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के लिए कम ही समय बचा है. इससे पहले आज सुबह ही संजय राउत ने एक और बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि ज्यादा से ज्यादा क्या होगा सत्ता चली जाएगी. लेकिन सत्ता आ भी जाती है. संजय राउत के इन बयानों से साबित होता है कि शिवसेना एकनाथ शिंदे को समझाने में विफल हो चुकी है. शिवसेना ने सरकार को बचाने की सभी उम्मीद खो दी है. 


इसे भी पढ़ेंः-


Presidential Election 2022: झारखंड की गवर्नर रहीं द्रौपदी मुर्मू बनीं NDA उम्मीदवार, जानें- अब तक कितने राज्यपाल बने हैं राष्ट्रपति?


एकनाथ शिंदे की वो एक शर्त जिसके आगे पस्त पड़ी महाराष्ट्र सरकार! क्या बच पाएगी CM उद्धव की कुर्सी?