नई दिल्ली: महाराष्ट्र की नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. प्रधानमंत्री आवास पर दोनों नेताओं की करीब एक घंटा मीटिंग चली. ये मुलाकात सुबह 10:30 बजे हुई. इससे पहले कल शरद पवार ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पीयूष गोयल से मुलाकात की थी. इन मुलाकातों के कई मायने निकाले जा रहे हैं. ऐसी चर्चा शुरू हो गई है कि बीजेपी-एनसीपी मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना सकते हैं.


हालांकि शरद पवार-पीएम मोदी की मुलाकात पर शिवसेना के सूत्रों ने साफ कहा है कि महाविकास अगाड़ी सरकार में सब कुछ ठीक ठाक चल रहा है. एनसीपी के मंत्रियों को जितनी छूट इस सरकार में मिली है उतनी किसी सरकार में नहीं मिली है.


पीएम मोदी-शरद पवार की मुलाकात के मायने
हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है, जिसमें महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को मुख्य दावेदार माना जा रहा था. लेकिन फडणवीस केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं बने. इसका मतलब साफ है कि महाराष्ट्र में राजनीतिक समीकरण कभी बन रहे हैं कभी बिगड़ रहे हैं. शिवसेना ने साफ कहा है कि वह अब भी वहीं पर खड़े होकर इंतजार कर रही है जहां से बीजेपी ने उसका साथ छोड़ा था. मतलब राज्य में जब भी बीजेपी-शिवसेना सरकार बनेगी तो वही 50-50 का फॉर्मूला होगा. मतलब देवेंद्र फडणवीस शिवसेना के साथ गठबंधन में मुख्यमंत्री नहीं बन सकते.


अब बात अगर एनसीपी की करे तो देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बन सकते हैं. शायद इसलिए वह केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुए. कल शरद पवार ने दिल्ली में दो बैठकें की. एक पीयूष गोयल और दूसरी राजनाथ सिंह से मुलाकात हुई. अब आज पीएम मोदी से मुलाकात हुई. मतलब कुछ खिचड़ी जरूर पक रही है. बीजेपी एनसीपी के साथ महाराष्ट्र में सरकार बना सकती है और देवेंद्र फडणवीस दोबारा मुख्यमंत्री बन सकते हैं.


शरद पवार और पीएम मोदी ने कब-कब की एक-दूसरे की तारीफ



  • फरवरी 2015- पीएम मोदी ने पवार के गढ़ बारामती में एनसीपी के मंच से पवार की तारीफ की थी. कहा कि यूपीए शासनकाल में पवार एक एकमात्र ऐसे नेता थे जिन्होंने मेरी मदद की.

  • नवंबर 2016- पीएम मोदी ने शरद पवार को अपना राजनीतिक गुरु और मार्गदर्शक बताया था. कहा कि पवार ने गुजरात में हाथ पकड़ कर मुझे राजनीति सिखाई.

  • साल 2017- एनसीपी प्रमुख शरद पवार को मोदी सरकार ने 2017 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया था.

  • अक्टूबर 2018- शरद पवार ने कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि राफेल विमान खरीद में पीएम नरेंद्र मोदी की मंशा पर लोगों को कोई शक है.

  • जुलाई 2020- चीन से तनातनी के बीच पीएम मोदी के लद्दाख दौरे की पवार ने तारीफ की थी. कहा था कि देश के नेतृत्व को सैनिकों का मनोबल बढ़ाने के लिए ऐसा ही काम करना चाहिए.


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