Congress: 'मोदी सरकार में NPA 365 फीसदी बढ़ा, जिसे फायदा मिल रहा है नाम क्यों नहीं बता रहे?', कांग्रेस का आरोप
Press conference: कांग्रेस ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर मोदी सरकार पर बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया. 10 लाख करोड़ में से केवल 13% की वसूली हुई. पूछा कि बाक़ी पैसा कहां गया?
Congress: कांग्रेस ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा. पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि पिछले पांच सालों में सरकार ने 10,09,510 करोड़ के NPA (नॉन परफॉर्मिंग असेट) बट्टे खाते में डाले हैं. जिससे मोटे तौर पर बड़े उद्योगपतियों को फायदा हुआ. 10 लाख करोड़ में से केवल 13% की वसूली हुई. बाक़ी पैसा कहां गया? किसने हज़म कर लिया?
उन्होंने कहा कि भाजपा या प्रधानमंत्री कभी भी मुद्दों पर चुनाव नहीं लड़ते हैं. अपने रिपोर्ट कार्ड पर वोट नहीं मांगते हैं क्योंकि वे कभी काम नहीं करते. हर चुनाव प्रधानमंत्री की व्यक्तिगत पृष्ठभूमि पर लड़ा जा रहा है.
38 लोग बड़े बैंक घोटाले कर मोदी सरकार में देश से फ़रार
उन्होंने कहा कि सरकार से पूछो बैंकों को चपत लगा कर पूंजीपति देश छोड़ के भाग कैसे जाते हैं? मेहुल भई, नीरव मोदी, विजय माल्या तो वो नाम हैं जो आपने सुने हैं. मोदी की नाक के नीचे से ऐसे 38 लोग बड़े बैंक घोटाले करके देश छोड़ कर भाग गए. और सरकार सिर्फ़ उनको वापस लाने का दिखावा ही करती रह गई.
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि हम दो और हमारे दो की सरकार ने NCLT और IBC के नाम पर बहुत बड़ा गोरखधंधा चलाया हुआ है. पहले लोन को बट्टे खाते में डालने से बैंक घबराते थे क्योंकि RBI और सरकार से जवाबदेही होती थी. अब IBC के तहत धड़ल्ले से बैंक मिलकर एक Committee of Creditors बनाते हैं और लोन write off करने के resolution plan को स्वीकृति दे दी जाती है. और इसके बाद जब इस समाधान योजना को NCLT द्वारा स्वीकृति मिल जाती है तब कॉर्पोरेट देनदार किसी भी देनदारी से मुक्त हो जाता है.
नाम क्यों छुपाया जा रहा
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि RBI ने यह बताने से इंकार कर दिया कि आखिर कौन भगोड़ें बड़े उद्योगपति हैं. इनका नाम क्यों छुपाया जा रहा है. देश को भगोड़ों का नाम जानने का हक़ है. उन्होंने कहा कि भाजपा या प्रधानमंत्री कभी भी मुद्दों पर चुनाव नहीं लड़ते हैं और अपने रिपोर्ट कार्ड पर वोट मांगते हैं क्योंकि वे कभी काम नहीं करते.
मोदी सरकार से कांग्रेस ने पूछे ये सवाल
- 10,09,510 करोड़ का क़र्ज़ा write off किन मानक के चलते हुआ?
- अभी तक write off राशि की केवल 13% यानी 1,32,000 करोड़ की ही वसूली हो पाई है. बाक़ी कितनी वसूली सम्भव है?
- जिन उद्योगपतियों को फ़ायदा पहुंचाया जा रहा है - उनका नाम सार्वजनिक क्यों नहीं किया जा रहाहै?
- सरकारी बैंकों ने जिस निरंकुशता से hair cut लेकर बड़े asset कौड़ियों के दाम पर ट्रान्स्फ़र करवाए हैं- इसके ऊपर क्या निगरानी है? इसकी जांच क्यों नहीं?
- आख़िर NPA में 365% की उछाल क्यों हो रही है? क्यों बड़े उद्योग घराने ऋण लेकर चुका नहीं रहे हैं?
- बड़े-बड़े घोटाले करके जो लोग देश छोड़ कर भाग गए हैं उन्हें वापस लाने का क्या प्लान है?
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