नई दिल्ली: किसान आंदोलन को विदेशी हस्तियों का समर्थन मिलने के बाद केंद्र सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. अंतरराष्ट्रीय बहस में सरकार के रुख का बॉलीवुड हस्तियों, क्रिकेट खिलाड़ियों और मंत्रियों ने समर्थन किया है. लेकिन कांग्रेस नेता शशि थरूर ने केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया को अड़ियल रवैये और अलोकतांत्रिक व्यवहार करार दिया है.
थरूर ने ट्वीट में लिखा, "भारत सरकार के लिए भारतीय शख्सियतों से पश्चिमी हस्तियों पर पलटवार कराना शर्मनाक है. भारत सरकार के अड़ियल और अलोकतांत्रितक बर्ताव से भारत की वैश्विक छवि को जो नुकसान पहुंचा है, उसकी भरपाई क्रिकेटरों के ट्वीट से नहीं हो सकती है."
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिंदबरम ने कहा कि यह अच्छा है कि रिहाना और थनबर्ग विदेश मंत्रालय को जगा सकती हैं. उन्होंने ट्विटर पर कहा, "विदेश मंत्रालय, आपको कब एहसास होगा कि मानवाधिकार और आजीविका के मुद्दों से चिंतित लोग राष्ट्रीय सीमाओं को नहीं पहचानते हैं? विदेश मंत्रालय ने म्यांमा में सैन्य तख्तापलट पर टिप्पणी क्यों की थी? इस पर विदेश मंत्रालय बेहद चिंतित क्यों था? "
भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की
भारत ने पॉप गायिका रिहाना और पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग जैसी वैश्विक हस्तियों द्वारा किसान आंदोलन का समर्थन किए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कुछ निहित स्वार्थी समूह प्रदर्शनों पर अपना एजेंडा थोपने का प्रयास कर रहे हैं और संसद में पूरी चर्चा के बाद पारित कृषि सुधारों के बारे में देश के कुछ हिस्सों में किसानों के बहुत ही छोटे वर्ग को कुछ आपत्तियां हैं.
इस घटनाक्रम के बाद शाह ने अपने ट्वीट में कहा, "कोई भी दुष्प्रचार भारत की एकता को डिगा नहीं सकता है! कोई भी दुष्प्रचार भारत को नयी ऊंचाइयां छूने से रोक नहीं सकता है." वहीं, अक्षय कुमार, कंगना रनौत, अजय देवगन और करण जौहर सहित कई बॉलीवुड हस्तियों ने भी लोगों से दुष्प्रचार से दूर रहने का आह्वान किया.
किन विदेशी हस्तियों ने किसान आंदोलन का समर्थन किया
अमेरिकी पॉप गायिका रिहाना, स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, अमेरिकी अभिनेत्री अमांडा केरनी, गायक जे सीन, डॉ जियस, पूर्व वयस्क फिल्मों के कलाकार मिया खलीफा, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस सहित कई मशहूर हस्तियों ने भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है.
रिहाना पहली अंतरराष्ट्रीय हस्ती थी, जिन्होंने किसानों के प्रदर्शन का समर्थन किया था और दिल्ली की सीमा पर धरने के दौरान इंटरनेट सेवा बंद करने की आलोचना की थी. ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट किया, 'हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं.'
हैरिस की भांजी मीना हैरिस ने कहा, 'यह महज संयोग नहीं है कि अभी एक माह भी नहीं हुआ कि दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र (अमेरिकी संसद भवन) पर हमला हुआ और जब हम बात कर रहे हैं उस वक्त सबसे बड़े लोकतंत्र (भारत) पर हमला हो रहा है.' जलवायु परिवर्तन पर युगांडा की कार्यकर्ता वानेसा नकाटे ने भी किसानों के प्रदर्शन को समर्थन दिया है.
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