Rakesh Tikait on Farmers Protest After Farm Laws Repealed: किसान तीनों नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं. वे पिछले साल 26 नवंबर से डेरा डाले हुए हैं. किसानों के विरोध के आगे सरकार को झुकना पड़ा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शुक्रवार को बड़ा एलान करते हुए तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा की. सरकार के इस फैसले के बाद अब सबसे बड़ा सवाल उठता है कि क्या गाजीपुर, टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान हटेंगे.


किसान नेता राकेश टिकैत ने महाराष्ट्र के पालघर में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा आंदोलन अभी वापस नहीं होगा. कानून के रद्द होने तक हम इंतजार करेंगे. उन्होंने कहा कि बिना सरकार से बात किए हम घर नहीं जाएंगे. MSP पर गारंटी मिले, दूसरे मुद्दों पर भी बात हो. मसलों का समाधान होने तक हम वापस नहीं जाएंगे.






750 लोगों की मौत के बाद जागी सरकार


राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार अनाज मंडी की जमीनों को बेचना चाहती है. उन्होंने कहा कि हमारे 750 लोगों की मौत के बाद सरकार जागी है. उन्होंने 3 कृषि कानूनों को कहां वापस लिया? कागज कहां हैं? कागज दिखाओ. राकेश टिकैत ने कहा कि हम विरोध जारी रखेंगे. जब कृषि कानून वापस लिए जाएंगे, हम लौटेंगे.


पीएम मोदी ने क्या कहा था 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (शुक्रवार) बड़ा एलान करते हुए कहा कि तीनों कृषि कानूनों को सरकार वापस लेगी और एमएसपी से जुड़े मुद्दों पर विचार करने के लिए समिति बनाएगी. पीएम ने इस चौंकाने वाले कदम की घोषणा करते हुए कहा कि इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि कानूनों को रिपील (निरस्त) करने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा कर देंगे. पीएम ने कहा, ''मैं देशवासियों से माफी मांगते हुए सच्‍चे मन से और पवित्र हृदय से कहना चाहता हूं कि शायद हमारी तपस्‍या में ही कोई कमी रही होगी जिसके कारण दिए के प्रकाश जैसा सत्‍य खुद किसान भाइयों को हम समझा नहीं पाए.''


 


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