लखनऊ: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को अचानक इंदिरा नगर की दलित बस्ती लवकुश नगर पहुंची. प्रियंका गांधी ने बस्ती में स्थित वाल्मीकि आश्रम में झाड़ू लगायी और वहां लोगों के जाकर उनसे मुलाकात भी की. प्रियंका गांधी का बस्ती में जाना, सीएम योगी के उस बयान के बाद हुआ जिसमें उन्होंने सीतापुर गेस्ट हाउस में प्रियंका के झाड़ू लगाने की बात पर कहा था कि जनता उनको उसी लायक बनाना चाहती है और जनता ने उसी लायक उनको बना दिया.


बस्ती पहुंची प्रियंका ने एबीपी गंगा से खास बातचीत में कहा कि वो ये संदेश देने आयी हैं कि जो योगी जी की तरह मानसिकता रखता है, जो कहता है सफाई करने के लायक कोई इंसान हो, उनको समझना चाहिए कि सफाई का काम करोड़ों सफाई कर्मचारी करते हैं. करोड़ों महिलाएं रोज घर पर झाड़ू लगाती हैं. करोड़ों दलित भाई बहन ये काम करते हैं. वो सब स्वाभिमान से ये काम करते हैं. इस काम में स्वाभिमान है.


प्रियंका ने कहा, इस तरह की बातें करना बिल्कुल गलत है, इस देश मे नहीं चलेगा. जो जातिवाद, जो इस तरह की मानसिकता रखता है वो ये बात समझ ले. उन्होंने कहा ये अपमान मेरा नहीं कर रहे हैं. मैं यूपी की जनता के लिए झाड़ू लगाउंगी, पोछा लगाऊंगी, सब कुछ करूंगी. मुझे इसमें स्वाभिमान है कि मैं जनता के न्याय की लड़ाई लड़ रही हूं और जितनी भी मेरी बहन यहां हैं जो ये काम करती हैं इनका भी स्वाभिमान है.


क्या है पूरा मामला
लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों के मारे जाने के बाद उसी रात प्रियंका लखनऊ आयीं और पीड़ित किसान परिवारों से मिलने के लिए यहां से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुईं. उन्हें सीतापुर में चार अक्टूबर को तड़के करीब साढ़े चार बजे पुलिस ने हिरासत में ले लिया. तब प्रियंका को वहां पीएसी परिसर के अतिथि गृह में रखा गया जहां उन्होंने कमरे में खुद झाड़ू लगाई थी.


बाद में प्रियंका का झाड़ू लगाने का एक वीडियो भी वायरल हुआ था. कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि प्रियंका के झाड़ू लगाने पर उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने उनका मजाक उड़ाया था.


ये भी पढ़ें-
किसान मोर्चा ने किया रेल रोको आंदोलन का एलान, कहा- SC की निगरानी में हो जांच


शाहरुख के बेटे आर्यन खान को नहीं मिली बेल, अब इतने दिन बिताने ही होंगे जेल में