नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेरोजगारी की स्थिति, कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) और कुछ अन्य परीक्षाओं के रिजल्ट में कथित देरी को लेकर शुक्रवार को सरकार पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को युवाओं के रोजगार से जुड़ी इन समस्याओं का समाधान करना चाहिए. उन्होंने ट्वीट में लिखा, "मोदी सरकार, रोजगार, बहाली, परीक्षा के परिणाम दो, देश के युवाओं की समस्या का समाधान दो."


राहुल गांधी ने ये कमेंट एक खबर शेयर करते हुए किया है, जिसमें कहा गया है कि अगस्त में देश में बेरोजगारी दर बढ़कर 8.4 फीसदी पहुंच गई. जुलाई में देश में लेबर फोर्स की संख्या 42.4 करोड़ थी जो अगस्त में बढ़कर 42.8 करोड़ हो गई. इस बढ़ोतरी से बेरोजगारी की संख्या भी बढ़ी. ये संख्या 3.2 करोड़ से बढ़कर 3.6 करोड़ हो गई.



इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "2017- एसएससी सीजीएल (संयुक्त स्नातक स्तर) की भर्तियों में अभी तक नियुक्ति नहीं हुई. 2018- सीजीएल परीक्षा का परिणाम तक नहीं आया. 2019- सीजीएल की परीक्षा ही नहीं हुई. 2020- एसएससी सीजीएल की भर्तियां निकाली ही नहीं."


प्रियंका ने दावा किया, ‘‘भर्ती निकले तो परीक्षा नहीं, परीक्षा हो तो परिणाम नहीं, परिणाम आ जाए तो नियुक्ति नहीं. निजी क्षेत्र में छंटनी और सरकारी में भर्तियों पर ताला लगने से युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है लेकिन सरकार सच पर पर्दा डालने के लिए विज्ञापनों और भाषणों में झूठ परोस रही है.’’


ये भी पढ़ें-
बेरोजगारी और GDP को लेकर राहुल गांधी का केंद्र पर हमला, कहा- 'मोदी के कारण देश को रही परेशानी'
नोटबंदी पर राहुल गांधी का सवाल- क्या कालाधन मिटा? देश की गरीब जनता को इससे क्या फायदा हुआ?