नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस सरकार में बदलाव के बाद अब राजस्थान सरकार को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. हाल ही में राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने सचिन पायलट को प्रदेश की कमान सौंपने की मांग की थी. अब राजस्थान के कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी ने जवाब दिया है. चौधरी का कहना है कि राजस्थान में ज्यादातर विधायक सीएम अशोक गहलोत के साथ हैं, जबकि पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के समर्थन में इतने विधायक नहीं थे.
पंजाब कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव पर राजस्थान के कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी ने कहा, 'राजस्थान और पंजाब में अंतर है. राजस्थान के ज्यादातर विधायक जिनकी संख्या 100 से अधिक है, वे सीएम अशोक गहलोत जी के साथ हैं. इसलिए हम इस बात को किसी भी तरह से आपस में नहीं जोड़ सकते.'
क्या बोले थे राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी?
प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने कांग्रेस आलाकमान से पायलट को प्रदेश की कमान सौंपने की बात कही थी. चौधरी ने कहा था कि राजस्थान में अगला विधानसभा चुनाव पायलट की अगुवाई में होना चाहिए. गहलोत अपना काम कर चुके हैं उन्हें युवा नेतृत्व का मार्गदर्शन करना चाहिए, राजस्थान का जनमानस अब युवा नेतृत्व चाहता है.
राजेंद्र चौधरी ने कहा था, ''मुझे ढाई साल में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं मिला जिसने यह ना कहो कि अशोक जी मुख्यमंत्री रह लिए, वो बुजुर्ग हैं मार्गदर्शक के तौर पर काम करें और सलाह दें. राजस्थान का जनमानस और युवा चाहता है कि कांग्रेस सचिन पायलट जी को नेतृत्व सौंपे. कल सचिन पायलट के साथ कांग्रेस नेतृत्व की बैठक दिखाती है कि वो सचिन पायलट की पोजीशन को गंभीरता से ले रहे हैं. राजस्थान की जनता जल्द से जल्द मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे देखना चाहती है और मैं भी राजस्थान की जनता में शामिल हूं.''
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