राहुल गांधी को लखीमपुर खीरी जाने की नहीं मिली अनुमति, यूपी सरकार ने धारा-144 का दिया हवाला
राहुल ऐसे समय में लखीमपुर खीरी जाना चाहते हैं जब उनकी बहन प्रियंका गांधी पुलिस की गिरफ्त में हैं. रविवार को यहां हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी.
Rahul Gandhi Lakhimpur Kheri Visit: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति नहीं मिली है. यूपी सरकार ने उन्हें अनुमति देने से इनकार कर दिया है. कांग्रेस ने यूपी सरकार से आग्रह किया था कि जैसे टीएमसी नेताओं को लखीमपुर खीरी कांड के पीड़ित परिवारों से मिलने दिया गया वैसे ही कांग्रेस नेताओं को भी इजाजत दी जाए. लेकिन यूपी सरकार ने राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को लखीमपुर खीरी का दौरा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. क्योंकि लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हिंसा की घटना के बाद से धारा-144 का लागू है.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा था जिसमें कहा गया था कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल छह अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जाएगा. लखीमपुर के लिए रवाना होने से पहले राहुल गांधी बुधवार सुबह 10 बजे कांग्रेस दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
राहुल गांधी ने ऐसे समय में लखीमपुर खीरी जाने की योजना में हैं जब उनकी बहन प्रियंका गांधी यूपी पुलिस की हिरासत में हैं. हिरासत में लिए जाने के बाद से राहुल गांधी लगातार प्रियंका गांधी का हौसला बढ़ा रहे हैं. उन्होंने मंगलवार की सुबह ट्वीट कर कहा, ''जिसे हिरासत में रखा है, वो डरती नहीं है- सच्ची कांग्रेसी है, हार नहीं मानेगी! सत्याग्रह रुकेगा नहीं.'' इससे पहले राहुल गांधी ने सोमवार को ट्वीट कर कहा था, ''प्रियंका, मैं जानता हूं तुम पीछे नहीं हटोगी- तुम्हारी हिम्मत से वे डर गए हैं. न्याय की इस अहिंसक लड़ाई में हम देश के अन्नदाता को जिता कर रहेंगे."
क्या है पूरा मामला
लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा औपचारिक रूप से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को गिरफ्तार किए जाने के बाद, उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें अवैध रूप से बंधक बनाकर रखा गया है और उन्हें अपने वकीलों से मिलने नहीं दिया जा रहा है. अपनी गिरफ्तारी के बारे में बताते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, "मुझे गिरफ्तार करने वाले अधिकारी डीसीपी पीयूष कुमार सिंह, सीओ सिटी, सीतापुर द्वारा मौखिक रूप से सूचित किया गया है."
ये भी पढ़ें-
Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी में कैसे भड़की हिंसा? जानिए पूरा घटनाक्रम