बंगाल में लेफ्ट का 12 घंटे का बंद, वाम दलों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और रोड जाम किया
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और लेफ्ट मिलकर चुनाव लड़ रही है. यहां अप्रैल-मई के महीने में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. इस बार मुख्यतौर पर सत्तारूढ़ टीएमसी का मुकाबला बीजेपी और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन से है.
कोलकाता: पुलिस कार्रवाई के विरोध में बंगाल में लेफ्ट ने आज 12 घंटे का बंद बुलाया है. बंगाल बंद का कई जगहों पर असर देखने को मिल रहा है. कल प्रदर्शन कर रहे लेफ्ट कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया था. इसके विरोध में आज पूरे बंगाल में सीपीआई(एम) और कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. कार्यकर्ताओं ने कई रास्ते भी ब्लॉक कर दिए हैं. कई जगहों पर ट्रेन को रोकने का भी प्रयास किया गया है.
कोलकाता में पुलिस ने लेफ्ट के कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठी चार्ज किया था. लेफ्ट के कार्यकर्ता सीएम ममता बनर्जी के दफ्तर का घेराव करना चाहते थे. जब पुलिस ने रोका तो झड़प शुरु हो गई. हालात पर काबू पाने के लिए प्रदर्शनकारियों पर पानी की तेज बौछार भी की गयी थी.
#WestBengal: Day-to-day activities in Birbhum district remain unaffected amid a 12-hour bandh call by Left Front in the state
Members of Left parties & Congress protest on roads after workers of Left were allegedly beaten up during a march to Kolkata's Nabanna yesterday pic.twitter.com/N3OC80obUR — ANI (@ANI) February 12, 2021
आखिर कैसे हुआ लाठी चार्ज असल में रोजगार की मांग को लेकर लेफ्ट और यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता कल पैदल मार्च निकाल रहे थे. मार्च कॉलेज स्ट्रीट से शुरू हुआ लेकिन पुलिस ने उसे एस्प्लेनेड क्षेत्र में एसएन बनर्जी रोड पर रोक दिया. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने अपने मार्च के रास्ते में लगे बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश की.
वाम मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जब बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की तब पुलिस ने पानी की बौछार की और लाठियां भांजी. वाम नेताओं ने दावा किया कि पुलिस की कार्रवाई में कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं. एक पुलिस अधिकारी भी घायल हैं. इसके विरोध में लेफ्ट ने शुक्रवार को 12 घंटे का बंद बुलाया.
बता दें, पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और लेफ्ट मिलकर चुनाव लड़ रही है. राज्य में मुख्यतौर पर सत्तारूढ़ टीएमसी का मुकाबला बीजेपी और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन से है. यहां अप्रैल-मई के महीने में चुनाव हो सकते हैं. इसके लिए सभी पार्टियां लगातार रैलियां कर रही है.
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