कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के एक कार्यक्रम में भाषण देते वक्त मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अचानक गुस्सा आ गया. ममता का भाषण शुरू होते ही दर्शकों में से तीन-चार लोग चिल्लाकर कुछ कहने की कोशिश की. वहीं एक लड़की बास के बैरिकेड के ऊपर भी चढ़ गई. तभी ममता को गुस्सा आ गया. भाषण को रोककर ममता ने पुलिस को कहा, 'ये हो क्या रहा है. कौन है ये लोग? मेरी मीटिंग में हर बार कहां से आ जाते हैं?'
बंगाली में ममता ने कहा, 'बैठिए! बैठ जाइए! चुप करके! कुछ नहीं होगा यहां. ये सब करने की जगह नहीं है ये. टैक्टफुल्ली तीन-चार लोगों को अंदर कर दिया है किसी ने. हर मीटिंग में ऐसे ही तीन-चार लोग अंदर आ रहे हैं. वेरी बैड. डोंट डिस्टर्ब माई मीटिंग. मेरी गाड़ी में चिट्ठी दीजिएगा, पुलिस को दीजिएगा. जो भी काम है मैं कर दूंगी. कोई काम यहां से नहीं होगा.'
ममता ने आगे कहा, 'इससे पहले नहीं था. मैं जब बोलने के लिए स्टेज पर आयीं, वैसे ही आ गए. हर मीटिंग में तीन-चार लोगों को सेट करके रखते हैं. पहले आप बैठिए फिर में बात करूंगी. वहां एक लड़की जो बास के ऊपर चढ़ गयी है, क्या नाम है उनका? पुलिस भी क्या कर रही है. बास क्रॉस करके आ रहे है. कोई भी घटना हो सकती है.'
"तृणमूल कांग्रेस का विकल्प नहीं है"
इस कार्यक्रम में भाषण के दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का कोई विकल्प नहीं है और राज्य में कोई दूसरी पार्टी इसका स्थान नहीं ले सकती है. टीएमसी के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति नेताओं की यहां आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि पार्टी 'और बेहतरी' के लिए काम करेगी.
बनर्जी ने कहा, 'कोई दूसरी पार्टी हमारा स्थान नहीं ले सकती है क्योंकि टीएमसी ने दुनिया की सबसे जनहितैषी सरकार दी है. भाजपा ने 'सोनार भारत' को खत्म कर दिया है और अब 'सोनार बांग्ला' की बात करती है. उन्होंने कहा कि भगवा दल सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर दुष्प्रचार में संलिप्त है.'
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