Winter Session of Parliament: राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में मंगलवार को भारी हंगामा देखने को मिल रहा है. विपक्षी दलों के नेताओं ने लोकसभा और राज्यसभा में भारी हंगामा किया. 11 अगस्त को सांसदों को व्यवहार को लेकर उनके ऊपर यह कार्रवाई की गई है. हालांकि, इसके विरोध में विपक्षी दलों की तरफ संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर विरोध दर्ज कराया जा रहा है. आईये जानते हैं 10 बड़ी बातें-
1-राज्यसभा में सांसदों के निलंबन वापसी की विपक्षी दलों की मांग को वेंकैया नायडू ने खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि निलंबित सांसद बाहर जाकर कह रहे हैं कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. 11 अगस्त को क्या हुआ वह देश ने देखा है.
2-वेंकैया नायडू ने कहा कि कभी-कभार ऐसा होना चाहिए, लेकिन 17 दिन लगातार करना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार पर हमला कीजिए और प्रदर्शन कीजिए लेकिन संसद की गरिमा का सम्मान करते हुए.
3-राज्यसभा के सभापति ने आगे कहा कि 93 फीसदी सदस्य सदन चलाना चाहते हैं. कुछ लोग ही हंगामा कर रहे हैं.
4- कांग्रेस और डीएमके और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने लोकसभा की कार्यवाही से वॉकआउट करते हुए पूरे मामले पर अपना जमकर विरोध किया. सांसदों के भारी हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
5- दूसरी तरफ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने केन्द्र पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार का डराने का नया तरीका है. उन्होंने कहा कि जबदरस्ती क्यों माफी मंगना चाहते हैं. सरकार का ऐसा रवैया पहली बार देखा.
6-कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी राज्यसभा के सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि निलंबन की कार्रवाई गलत तरीके से की गई है.
7-राज्यसभा सांसदों के निलंबन के खिलाफ संसद परिसर में विपक्षी दलों के नेता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं. राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू की तरफ से सांसदों के निलंबन की वापसी की मांग खारिज किए जाने के बाद विपक्षी दलों के नेताओं की तरफ से यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.
8-कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हमने राज्यसभा के 12 सांसदों को निलंबन के खिलाफ बाकी दिनों के लिए लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया है.
9-इससे पहले, कांग्रेस समेत 16 राजनीतिक दलों के नेताओं ने राज्यसभा सांसदों के निलंबन पर वेंकैया नायडू से मुलाकात की. हालांकि, इसमें टीएमसी शामिल नहीं थी. विपक्षी दलों ने कहा कि अगर वे निलंबन वापस नहीं लेते हैं तो राज्यसभा का बहिष्कार करेंगे.
10-संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने इससे पहले सुबह कहा कि 11 अगस्त को सांसदों के दुर्व्यवहार के चलते सरकार को यह जबरदस्ती फैसला कदम उठाना पड़ा है. अगर वे माफी मांगते हैं तो निलंबन वापसी पर विचार को तैयार है.
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