झारखंड: कोरोना संकट पर एक नया विवाद खड़ा हो गया है. पिछले दिनों ये अफवाह उड़ी थी कि कुछ लोग फल-सब्जियों पर थूक रहे हैं. अब इसका नतीजा ये हुआ कि कुछ फलवाले खुद को हिंदू बताने के लिए धार्मिक चिन्हों का इस्तेमाल करने लगे. झारखंड में भी एक फलवाले ने ऐसा ही किया. अब धार्मिक द्वेष फैलाए जाने के आरोप में पुलिस ने उस फल विक्रेता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. झारखंड बीजेपी ने इसका विरोध किया है और केस न वापस लेने पर आंदोलन करने की बात कही है.

बीजेपी ने केस वापस लेने की मांग की

पुलिस की इस कार्रवाई से बीजेपी नाराज है. झारखंड के पूर्व सीएम रघुबर दास ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि फल विक्रेताओं के साथ किया गया पुलिस का व्यवहार निंदनीय है. तुष्टिकरण की राजनीति के कारण आजीविका चला रहे छोटे छोटे व्यापारियों को तंग करना बंद करे राज्य सरकार. व्यापारियों पर किया गया केस भी तत्काल वापस ले, नहीं तो इसके खिलाफ झारखंड बीजेपी आंदोलन करेगी.

वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसे पक्षपात की राजनीति बताया और कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को ही निशाने पर ले लिया.



क्या है पूरा मामला
दरअसल, ये तस्वीर झारखंड की बताई जा रही है. यहां तरबूज की एक दुकान के आगे बैनर लगा देखा गया है. बैनर में एक तरफ श्री राम और दूसरी तरफ भगवान शंकर की तस्वीर लगी है. बैनर के बीच में लिखा है- 'विश्व हिन्दु परिषद की अनुमोदित हिन्दु फल दुकान'. इस तस्वीर को सबसे पहले एहसान राजी नाम के एक यूजर ने झारखंड पुलिस को टैग करते हुए ट्विटर पर शेयर किया. कोरोना संकट में नफरत फैलाने के आरोप के बाद मामले की तुरंत जांच के आदेश दे दिए गए. जांच में तस्वीरें सही निकली. इसके बाद फल विक्रेता के खिलाफ आईपीसी की धारा-107 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया. साथ ही दुकान से विवादित पोस्टर भी हटा दिए गए.

फिलहाल अगर झारखंड में कोरोना मरीजों की बात करें तो पूरे राज्य में कुल 67 मरीज कोरोना के पाए गए हैं जिनमें आधे से ज्यादा मरीज राजधानी रांची में ही देखने को मिल रहे हैं. कुल 13 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि तीन लोगों की वायरस ने जान ले ली है.



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