लंदन से लौटे राहुल गांधी लोकसभा अध्यक्ष से मिलने के बाद गुरुवार को कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. राहुल के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश भी थे. कॉन्फ्रेंस में राहुल मोदी सरकार पर अडानी मुद्दे को लेकर निशाना साध रहे थे.


एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी अंग्रेजी में बोल गए, 'दुर्भाग्य से मैं सांसद हूं'. इस बयान के बाद कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने तुरंत राहुल को रोका. रमेश ने कहा कि आपके इस बयान को सत्ताधारी दल के लोग मजाक बना सकते हैं. राहुल और जयराम के बीच यह बातचीत अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. 


सितंबर से लेकर अब तक यानी 6 महीने में राहुल गांधी 5 बार बोलने में बड़ी गलती कर चुके हैं, जिसका सोशल मीडिया पर खूब मजाक भी उड़ा था. राहुल गांधी 3 गलती भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कर चुके हैं.


फिसली जुबान तो जयराम ने मोर्चा संभाला
संसद में जारी बवाल के बीच राहुल गांधी कांग्रेस मुख्यालय में लंदन में दिए अपने बयान को लेकर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. राहुल ने कहा कि राष्ट्रपति अभिभाषण पर मैंने गौतम अडानी और नरेंद्र मोदी के रिश्तों पर बातचीत की तो मेरे भाषण हटा दिए गए.


उन्होंने कहा कि लंदन में मैंने जो बोला, उस पर सरकार के मंत्री हंगामा कर रहे हैं. मैंने लोकसभा स्पीकर से संसद में बोलने देने का आग्रह किया है. मुझे उम्मीद है कि वे हमे बोलने देंगे. राहुल ने पूछा कि आखिर पीएम मोदी और अडानी का क्या रिश्ता है? पीएम मोदी के जाते ही कैसे ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका में अडानी का डील फाइनल हो गया?


पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि मैं इन सब चीजों को विस्तार से आपको बताना चाहता था, लेकिन दुर्भाग्य में मैं संसद का सदस्य हूं. राहुल की जुबान यहां जैसे ही फिसली तुरंत जयराम ने मोर्चा संभाल लिया. जयराम रमेश ने तुरंत ही पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा, एक मिनट...फिर वो राहुल गांधी को इस्तेमाल किए गए शब्द के बारे में समझाते हैं. 


जयराम के समझाइश पर तुरंत ठीक किया
जयराम रमेश के कहने के बाद राहुल गांधी ने तुरंत इसे ठीक किया. उन्होंने कहा कि मैं एक बात साफ कर देना चाहता हूं कि दुर्भाग्य से आपके लिए मैं एक सांसद हूं और संसद में ही मेरे ऊपर मंत्रियों ने आरोप लगाए हैं. इसलिए मुझे वहीं अपनी बातें रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि संसद में बोलना मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है.


राहुल ने आगे कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र की अग्निपरीक्षा है जो कि आप भी देख रहे हैं. अगर भारतीय लोकतंत्र काम कर रहा है तो मैं संसद में अपनी बात रख पाऊंगा. हालांकि, मुझे इसकी उम्मीद कम लग रही है.


रिजिजू का तंज, कांग्रेस बोली- मोदानी से ध्यान भटकाने की कोशिश
राहुल गांधी के इस वीडियो पर कानून मंत्री किरेन रिजिजू और सांबित पात्रा ने तंज कसा है. पात्रा ने कहा कि कब तक आखिर राहुल गांधी को सिखाया जाएगा? वहीं वीडियो शेयर करते हुए एक ट्वीट किया है.


रिजिजू ने लिखा कि राहुल गांधी को दोष मत दो. गलती जयराम रमेश की है. आखिर राहुल गांधी के साथ क्लास 2 के बच्चों जैसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है?


किरकिरी होने के बाद जयराम रमेश ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा- यह मोदानी घोटाले से ध्यान भटकाने की एक कोशिश है. हम टेलीप्रॉम्पटर के बिना पत्रकारों से बातचीत करते हैं. बीजेपी के फेक मशीन वीडियो को कांट-छांट कर पेश कर रही है. हमने तुरंत इस मसले पर सफाई दे दिया था.


बयानों को लेकर कब-कब ट्रोल हुए राहुल गांधी?
1. सत्याग्रह का मतलब बताने पर फिसली जुबान- 26 फरवरी 2023 को राहुल गांधी रायपुर में कांग्रेस महाधिवेशन में एक भाषण दिया था. राहुल उस भाषण में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच सत्याग्रह को लेकर अपनी बात रख रहे थे. 


राहुल इसी दौरान कहते हैं- सत्याग्रह का मतलब होता है, सत्ता के रास्ते को कभी मत छोड़ो. राहुल को अपनी गलती का एहसास तुरंत हो जाता है और वे स्पीच में सुधार भी कर लेते हैं. राहुल इसके बात कहते हैं- सॉरी, सत्ता नहीं सत्य के रास्ते को कभी मत छोड़ो.


हालांकि, राहुल का यह वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. बीजेपी के कई नेताओं ने वीडियो शेयर कर कांग्रेस पर महात्मा गांधी के अपमान का भी आरोप लगाया. 


2. आटे का वजन को लीटर में मापने पर- 4 सितंबर 2022 को कांग्रेस ने दिल्ली के रामलीला मैदान में महंगाई को लेकर एक रैली का आयोजन किया था. राहुल गांधी इस रैली में भाषण देने के दौरान जरूरी चीजों की कीमत बता रहे थे. 


राहुल अपने भाषण में आटा की कीमत 40 रुपए लीटर बता दिया. स्पीच के तुरंत बाद, राहुल ने इसे ठीक किया और कहा कि आटा किलोग्राम में. हालांकि, तब तक उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया.


राहुल के इस वीडियो को बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने शेयर किया था. इसके बाद कांग्रेस ने इसका पूरा वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर डाला.


3. रिजल्ट से पहले खरगे को अध्यक्ष बता दिया- भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. इधर, दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए वोटों की गिनती चल रही थी. राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मल्लिकार्जुन खरगे को बधाई दे दी.


राहुल के इस टिप्पणी पर खूब बवाल मचा, जिसके बाद कांग्रेस को आधिकारिक रूप से सफाई देनी पड़ी. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि खरगे जी की जीत तय मानी जा रही थी, इसलिए उन्होंने बधाई दे दी.


4. देश की आबादी 140 करोड़ रुपए बोलने पर- हरियाणा में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी अमीरी और गरीबी को लेकर भाषण दे रहे थे. राहुल अपने भाषण में कहा कि देश की 90 फीसदी संपत्ति 100 लोगों के पास है.


आम लोगों के पास सिर्फ हवा है, जिससे वे सांसें ले पा रहे हैं. राहुल ने आगे कहा कि अब दो हिंदुस्तान बन गए हैं. राहुल भाषण में आगे कहते हैं कि देश की आबादी 140 करोड़ रुपए है. राहुल को इसकी गलती का तुरंत एहसास होता है और ठीक करते हुए कहते हैं- 140 करोड़ लोग अब ठीक?


राहुल के इस वीडियो को बीजेपी नेता सांबित पात्रा ने शेयर करते हुए कांग्रेस पर तंज कसा था. हालांकि, कांग्रेस ने भी जवाब में पूरा वीडियो क्लिप शेयर करते हुए इसे मानवीय भूल बताया. 


5. काले कानून को कह दिया काले किसान- 18 जनवरी को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी पंजाब में एक रैली को संबोधित कर रहे थे. राहुल इस दौरान मोदी सरकार के 3 कृषि बिल का जिक्र कर रहे थे. राहुल किसानों को कांग्रेस के संघर्ष के बारे में बता रहे थे.


भाषण के दौरान ही राहुल कृषि कानून को काले कानून कहना चाह रहे थे, लेकिन उनकी जुबान फिसल गई. राहुल काले कानून को काले किसान बोल दिए. हालांकि, उन्होंने तुरंत इस गलती को सुधार लिया.


लेकिन बीजेपी ने इस मुद्दे को तुरंत लपक लिया. बीजेपी के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने ट्वीट कर लिखा- काले किसान बोलना किसानों का अपमान है. राजस्थान से छत्तीसगढ़ तक, कांग्रेस ने किसानों को बदहाली की कागार पर ला कर खड़ा कर दिया है. बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने लिखा कि गोरा तो सिर्फ रॉबर्ट वाड्रा है.


राहुल के जुबान फिसलने पर क्या बोली कांग्रेस?
कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए कहा है कि राहुल की छोड़ो, प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 9 साल में एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं किया है. वे जुबान खोलने से भी डर रहे हैं. उन्हें बीजेपी के लोग हिम्मत दिलाएं.