हमीरपुर. उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक साधू द्वारा मंदिर निर्माण की प्रतिज्ञा पूरी करने के लिये मन्दिर के सामने जमीन के अंदर समाधि लेने की खबर ने जिले में हड़कंप मचा दिया. भक्तों की भीड़ के सामने यह साधू कुछ घंटों तक समाधि के अंदर रहा, बाद में भक्तों ने उसे समाधि से बाहर निकाल लिया था. भू समाधि लेने की सूचना पर पहुंची पुलिस बाबा को थाने ले गयी, बाद में पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया.


आपको बता दें कि मंदिर के सामने खुदे गड्ढे में भक्तों की भीड़ के बीच साधू ने भू समाधि ली. यह बाबा भू-समाधि ले कर जब बाहर निकला तो भक्तों ने उस पर फूल-मालाओं की बारिश कर दी थी. जब पुलिस इस बाबा को पकड़ कर थाने ले गयी तो यह पुलिस के डर से भू-समाधि से मुकर गया और गड्ढें में तपस्या करने की बात कहने लगा. जबकि इसकी समाधि के अंदर जाते और बाहर आने की ढेरों तस्वीरें और वीडियो वायरल हो चुके थे.



पूरे घटनाक्रम के अनुसार, हमीरपुर में मौदहा कोतवाली क्षेत्र के परछछ गांव में भगवान भोले के मंदिर निर्माण का काम चल रहा है, और वहीं यज्ञ का भी आयोजन किया गया था. इस धर्मिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिये राजस्थान से गोविंद गिरी महाराज नाम के बाबा को भी बुलाया गया था. इसी गोविंद गिरी महाराज ने भक्तों के सामने जमीन के भीतर समाधी ली थी.


पूछताछ के बाद पुलिस ने छोड़ा


मौदहा कोतवाली पुलिस को समाधि लेनी की जानकारी मिली तो पुलिस मौके पर पहुंच गई और बाबा को अपने साथ थाने ले आयी थी. इस दौरान बाबा की समाधि लेनी की ढेरों तस्वीरें वायरल हुई हैं. जिसमें बाबा समाधि में उतरते और समाधि बंद करते हुए वा ऊपर से मिट्टी डालते दिखाई दे रहा है, लेकिन पुलिस के सामने बाबा ने समाधि लेनी की बात से इनकार कर दिया तो पुलिस ने भी उसे छोड़ दिया है. अब पुलिस भी बाबा के अंदाज में समाधि लेने से इनकार कर रही है.


आज के इस वैज्ञानिक युग मे भी लोग अंधविश्वास में यकीन रखते हैं और गोविंद गिरी जैसे साधू बाबा भी अंधविश्वास को बढ़ावा देने नहीं चूकते. इनके द्वारा भक्तों को चमत्कार दिखाने के लिये भू-समाधि लेने जैसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है.


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