मुंबई: मुंबई में एनसीपी की जो बैठक चल रही थी वो खत्म हो गई है. पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर बीजेपी को समर्थन देने के चलते अजित पवार पर कार्रवाई हुई है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अजित पवार को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है. विधानसभा चुनाव के बाद एनसीपी ने अजित पवार को विधायक दल का नेता चुना था. अब जयंत पाटिल को एनसीपी के विधायक दल का नेता चुना गया है.
उधर सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के विधायक मुंबई से बाहर जाएंगे. विधायकों को आज या कल रात को राज्य से बाहर भेजा जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक चार्टर फ्लाइट बुक हो रही है. जगह अभी तय नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि उन्हें जयपुर भेजा जाएगा. पहले भी ये खबर आई थी कि कांग्रेस के विधायकों को उस राज्य में भेजा जा सकता है जहां वह सरकार में हैं. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है.
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अजित पवार को इस्तीफा देकर वापस आ जाना चाहिए- अशोक चव्हाण
वहीं अशोक चव्हाण ने कहा है कि अजित पवार को इस्तीफा देकर वापस आ जाना चाहिए. बता दें कि इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि शरद पवार ने दवाब बनाते हुए अजित पवार को डिप्टी सीएम से इस्तीफा देकर मिलने को कहा. वहीं आज शाम में एनसीपी के तीन सीनियर नेता अजित पवार को मनाने पहुंचे थे लेकिन वे नहीं माने.
उद्धव ठाकरे ने कहा- हमारी सरकार बनेगी, कांग्रेस और एनसीपी साथ
उधर आज शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी पार्टी के विधायकों के साथ बैठक की. इसमें उन्होंने पार्टी विधायकों से कहा कि शांत रहें, हमारा सपना पूरा होगा. उन्होंने कहा कि हालात बदले लेकिन असर नहीं होगा. कांग्रेस और एनसीपी हमारे साथ हैं. शिवसेना ही सरकार बनाएगी. सीएम हमारा होगा.
पार्टी के विधायकों के साथ हुई बैठक में शिवसेना अध्यक्ष ने पूछा क्या आप डरे हैं, इसका जवाब विधायकों ने ना में दिया. इसके बाद उद्धव ठाकरे ने भी विधायकों से कहा कि वे डरे नहीं. शिवसेना के पास 54 विधायक हैं और वह राज्य की दूसरे सबसे बड़ी पार्टी है.
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