BREAKING NEWS: संजय राउत ने ABP न्यूज़ से कहा- उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर शिवेसना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच बैठक खत्म हो गई. संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे सीएम बनने के लिए तैयार हैं. इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि वे इसके लिए राजी नहीं हैं.
मुंबई: महाराष्ट्र का सियासी भविष्य तय करने के लिए शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की मुंबई के नेहरू सेंटर में बैठक खत्म हो गई. शिवसेना नेता संजय राउत ने ABP न्यूज़ से कहा- उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं. इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार नहीं हैं.
रविवार या सोमवार को तीनों दल राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं. विधानसभा स्पीकर पद को लेकर तीनों दलों में पेंच फंसा हुआ है. एनसीपी और कांग्रेस ने स्पीकर पद पर दावा ठोंका है.
तीनों पार्टियों की बैठक खत्म हो गई है. शरद पवार ने एलान किया है कि उद्धव ठाकरे राज्य के अलगे सीएम होंगे.
सीएम और विधानसभा स्पीकर के पद को लेकर सहमति बननी बाकी है. इसके अलावा सभी मुद्दों पर सहमति बन चुकी है.
पिछले आधे घंटे से इस बात पर चर्चा हो रही है कि आखिर राज्य का मुख्यमंत्री कौन बनेगा. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस और एनसीपी के नेता लगातार इस बार पर जोर दे रहे है कि उद्धव ठाकरे राज्य के सीएम बने.
इस बैठक के बारे में कहा जा रहा है कि इसमें शिवसेना को कांग्रेस और एनसीपी अपना समर्थन पत्र सौंप सकते हैं. बैठक में शरद पवार, अहमद पटेल, उद्धव ठाकरे, संजय राउत, केसी वेणुगोपाल, अजित पवार सहित कई नेता मौजूद हैं. शिवसेना के पास 56, एनसीपी के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं. उधर बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद जब वो राजभवन से निकले तो उन्होंने कहा कि निजी काम से वे राज्यपाल से मिलने आए थे.
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शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी का गठबंधन ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाएगा- गडकरी
वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ये तीनों पार्टियां मिलकर राज्य में स्थिर सरकार नहीं दे पाएंगी. इसके पीछे उन्होंने विचारधारा को वजह बताया. नितिन गडकरी ने कहा कि इनकी विचारधारा अलग है. उन्होंने कहा कि जिस विचारधारा पर कांग्रेस चलती है उसका शिवसेना विरोध करती है तो वहीं शिवसेना की विचाधारा के विरोध में कांग्रेस है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया कि इन तीनों पार्टियों का गठबंधन ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाएगा. उन्होंने कहा कि ये अवसरवाद का गठबंधन है.
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