वाराणसी: सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र पहुंच रहे हैं. बीते तीस दिनों के अंदर ही यह उनका तीसरा वाराणसी दौरा होगा. सीएम इस दौरे पर ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे प्रोजेक्ट्स की जानकारी लेंगे और ग्राम प्रधानों से सभी ब्लॉकों में पीने के पानी, स्वच्छता, मनरेगा, टॉयलेट्स के निर्माण जैसे प्रोजेक्ट्स के बारे में जानकारी लेंगे. इसके अलावा सीएम शनिवार को ही पंचकोशी परिक्रमा भी करेंगे. सीएम के इस टूर प्लान से वाराणसी डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन में हड़कंप मचा हुआ है. पूरा अमला सड़क पर उतर कर अपनी कमियों को छिपाने में लगा हुआ है. गुरुवार को ही सीएम ने दो डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट्स को सरकारी प्रोजेक्ट्स में लापारवाही के चलते सस्पेंड किया है, इसके चलते भी वाराणसी के अफसरों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं.



पंचकोशी परिक्रमा मार्ग पर शुरू हो गया है पैचवर्क का काम


अभी तक लगातार पंचकोशी परिक्रमा मार्ग पर सुविधाओं की कमी और गंदगी का अम्बार लगे रहने की खबरें आ रहीं थीं. लेकिन जैसे ही सीएम का प्रोग्राम बना पंचकोशी मार्ग पर पीडब्ल्यूडी ने रोड पर पैचवर्क करना शुरू कर दिया. वहीं टॉयलेट्स और स्ट्रीट लाइट्स को भी दुरुस्त करने का काम युद्ध स्तर पर शुरू हो गया है. जबकि बीते महीने ही वाराणसी दौरे पर आए सीएम योगी ने पंचकोशी परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए काम कराने का स्पष्ट निर्देश दिया था.


उन्होंने पंचकोशी परिक्रमा मार्ग और इस पर पड़ने वाले धर्मशालाओं के रेनोवेशन के लिए जारी बजट से काम शुरू करने का भी निर्देश दिया था. लेकिन डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन इन कामों को लेकर तभी एक्टिव हुआ, जब उनके पंचकोशी परिक्रमा करने की सूचना आई. शुक्रवार को भी आईजी और कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले भीमचंडी पहुंचकर सुरक्षा सहित अन्य तैयारियों का जायजा लिया. वहीँ परिक्रमा मार्ग पर कई जगह सफाई कर्मी साफ़-सफाई करते भी दिखे.



सुरक्षा कारणों से वे परिक्रमा का पूरा मार्ग पैदल नहीं तय करेंगे


सीएम के कार्यक्रम के अनुसार वे पंचकोशी परिक्रमा के दौरान 84 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे. सुरक्षा कारणों से वे परिक्रमा का पूरा मार्ग पैदल न तय करके, जगह-जगह काफिला रोककर पैदल चलेंगे. कार्यक्रम के अनुसार पहले वह मणिकर्णिका घाट पर कुंड में दर्शन-पूजन के बाद पैदल ही अस्सी घाट तक जाएंगे. वहां से वे गाड़ी के जरिए परिक्रमा मार्ग पर पड़ने वाले पांचों पड़ाव तक जाएंगे. वे हर पड़ाव से कुछ किलोमीटर पहले ही गाड़ी से उतरकर पैदल चलेंगे. इस दौरान वे परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के मंदिरों में दर्शन भी करेंगे. सीएम योगी पंचक्रोशी परिक्रमा के दौरान कपिलधारा के बाद गंगा-वरुणा संगम स्थल सरायमोहाना पहुंचेंगे . वे यहां से नाव पर सवार होकर मणिकर्णिका घाट तक पहुंचेंगे, जहां परिक्रमा समाप्त होगी. उम्मीद यह भी जताई जा रही है कि परिक्रमा के दौरान पैदल चलते समय सीएम योगी इलाकाई लोगों से बात करके सरकारी प्रोजेक्ट्स पर फीडबैक भी ले सकते हैं.



लापरवाह अधिकारियों पर गिर सकती है गाज
रविवार 10 जून की सुबह सीएम योगी बीजेपी द्वारा चलाए जा रहे ग्राम स्वराज अभियान के बारे में जानकारी लेने के लिए प्रधानों के संग बैठक करेंगे. इस दौरान वे प्रधानों से मिले फीडबैक से जिले में विकास योजनाओं की हकीकत जानेंगे. माना जा रहा है कि इस मीटिंग के बाद कई लापरवाह अधिकारियों पर गाज भी गिर सकती है. सीएम की यह मीटिंग बड़ा लालपुर स्थित हस्तकला संकुल में होगी. इसके बाद सीएम लखनऊ रवाना हो जाएंगे.



राज्बबर, प्रमोद तिवारी और पीएल पूनिया जैसे दिग्गज कांग्रेसी नेता कर चुके हैं पंचकोशी यात्रा
बता दें की पिछले दिनों राज्बबर, प्रमोद तिवारी और पीएल पूनिया जैसे दिग्गज कांग्रेसी नेताओं ने पंचकोशी यात्रा की थी. इस दौरान कांग्रेस की तरफ से परिक्रमा मार्ग पर सुविधाओं की बदहाली का मामला उठाया गया था. सीएम योगी के इस दौरे को भी कांग्रेस को जवाब के रूप में देखा जा रहा है. इसके अलावा पूर्व विधायक और कांग्रेसी नेता अजय राय भी सीएम योगी को चुनौती दे चुके हैं. अजय राय ने सीएम योगी पर केवल रात में निरीक्षण करने का आरोप लगाया था. अजय राय ने सीएम योगी से सवाल किया था कि वे रात के अंधेरे में क्या देख पाते हैं? अगर उन्हें सही मायनों में निरीक्षण करना है तो दिन के उजाले में निकलें और पैदल घूमें सारी हकीकत सामने आ जाएगी.