वाराणसी: रविवार की रात केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के साथ बदसलूकी की घटना के बाद अब बीजेपी एमएलसी से हाईवे पर बदसलूकी और मारपीट का मामला सामने आया है. रायबरेली से बीजेपी एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह के साथ सिपाही सुरेश यादव और उसके तीन साथियों ने हाथापाई की कोशिश की. घटना के बाद एमएलसी बाबतपुर चौकी पर पहुंच धरने पर बैठ गए.
नशे में लग रहे थे युवक
एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि वे सोमावर की शाम रायबरेली से वाराणसी आ रहे थे. उन्हें यहां काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करना था. जैसे ही उनकी गाड़ी फूलपुर थानाक्षेत्र के बाबतपुर पुलिस चौकी के पास पहुंची एक ट्रक उनकी गाड़ी के सामने आ गई. इसके चलते उनकी गाड़ी खड़ी हो गई. इसी बीच एक इंडिगो ने उनकी गाड़ी में टक्कर मार दी. टक्कर लगने पर उनके गनर ने इंडिगो में सवार युवकों से बात करने की कोशिश की तो युवक ने हाथापाई पर उतर आए. एमएलसी दिनेश सिंह ने बताया कि जब उनके साथ के लोग उन्हें पकड़ने के लिए आगे बढ़े तो, युवक लड़खड़ाते हुए गिर पड़े. उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा था कि सभी नशे में थे. उन्होंने बताया कि भाग रहे युवक बाबतपुर पुलिस चौकी में घुस गए थे.
घटना में शामिल था चौकी का स्टाफ
एमएलसी दिनेश सिंह के मुताबिक बाबतपुर चौकी पर मौजूद स्टाफ से जब इन युवकों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया तो वे आनाकानी करने लगे. इसी बीच जानकारी हुई कि घटना में शामिल युवकों में एक चौकी का स्टाफ भी शामिल था. कार्रवाई न होने पर एमएलसी धरने पर बैठ गए और एसएसपी आरके भरद्वाज को कॉल करके सूचना दी. एमएलसी के धरने पर बैठने की जानकारी से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में आलाधिकारी बाबतपुर पुलिस चौकी पहुंचे. उन्होंने एमएलसी को आरोपी कांस्टेबल के खिलाफ कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया, जिसके बाद एमएलसी धरना खत्म कर वाराणसी सर्किट हाउस के लिए रवाना हुए. इसके बाद वे वहां से काशी विश्वनाथ मंदिर आरती और दर्शन के लिए रवाना हुए.
एमएलसी की गाड़ी से टकराई कांस्टेबल की कार
इस मामले में वाराणसी के एसएसपी रामकृष्ण भारद्वाज ने बताया कि एमएलसी अपनी गाड़ी से वाराणसी आ रहे थे. उसी समय बाबतपुर पुलिस चौकी पर तैनात कांस्टेबल अपनी प्राइवेट गाड़ी से कहीं जा रहा था, उसकी गाड़ी एमएलसी की गाड़ी से टकरा गई. इस पर एमएलसी के गनर और कांस्टेबल में कहासुनी हुई. उन्होंने बताया कि आरोपी कांस्टेबल ऑफ ड्यूटी था. उन्होंने एमएलसी के साथ कोई दुर्व्यवहार होने की घटना से साफ इंकार किया. उन्होने बताया कि चूंकि एक्सीडेंट हुआ है, इसलिए एमएलसी के गनर से तहरीर ले ली गई है और एसपी रूरल को इस मामले में कांस्टेबल के सस्पेंसन की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के काफिले में घुसे थे तीन युवक
बता दें कि रविवार की रात भी वाराणसी-मिर्जापुर हाईवे पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के काफिले में तीन युवक घुस गए थे. उन्होंने भी फ्लीट में घुसने से मना करने पर बदसलूकी की और एस्कॉर्ट को चुनौती दी थी. अनुप्रिया पटेल की सूचना पर वाराणसी पुलिस ने जिले के बॉर्डर पर बैरिकेडिंग के इन तीन युवकों को अरेस्ट कर लिया. अभी इस घटना के 24 घण्टे भी नहीं बीते की बीजेपी एमएलसी से हाईवे के साथ बदसलूकी की घटना सामने आई है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जब हाईवे पर वीआईपी ही नहीं सुरक्षित हैं तो आम नागरिकों के साथ हाईवे पर खौफ फैलाने वाले दबंग कैसा सलूक करते होंगे?