वाराणसी: काशी हिन्दू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में बुधवार की सुबह बिड़ला और अय्यर हॉस्टल के छात्रों में मेस के खाने को लेकर हुए विवाद में 10 छात्रों को हिरासत में लिया गया है. अय्यर हॉस्टल के छात्रों का आरोप था कि बिड़ला हॉस्टल के छात्र हमेशा अय्यर हॉस्टल के मेस में जबरन खाना खाने जाते हैं. पुलिस ने बताया कि बुधवार को भी बिड़ला हॉस्टल के छात्र कुछ अन्य बाहरी लोगों के साथ अय्यर हॉस्टल में खाना खाने पहुंचे थे, जिसका विरोध अय्यर हॉस्टल के छात्रों ने किया. इसी बात पर विवाद बढ़ गया और छात्र आपस में मारपीट करने लगे.
इस घटना से आक्रोशित छात्र विरोध प्रदर्शन करने लगे और सड़क पर खड़ी गाड़ियों में तोड़-फोड़ की. इसी बीच कुछ छात्र धरने पर बैठ गए. बवाल की सूचना मिलते ही मौके पर बीएचयू की चीफ प्रॉक्टर और एसपी सिटी पहुंचे. परिसर में तोड़फोड़ और मारपीट के आरोप में 10 छात्रों को हिरासत में लिया गया है.
उपद्रवी छात्रों ने पुलिस पर किया पथराव
अधिकारियों ने छात्रों को समझा-बुझाकर धरना ख़त्म कराने की पुरजोर कोशिश की लेकिन छात्र नहीं माने. छात्रों ने मांगे पूरी होने तक धरना जारी रहने की चेतावनी दी. सुरक्षा के मद्देनजर हॉस्टल के आस-पास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया. इस दौरान बिड़ला हॉस्टल के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों पर दोपहर दो बजे के करीब उपद्रवी छात्रों ने पथराव कर दिया. एकाएक पथराव के कारण हॉस्टल के बाहर तैनात पुलिसकर्मी इधर-उधर भागने लगे.
पुलिस को करना पड़ा हल्का बल प्रयोग
मामले की सूचना पाकर एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन उपद्रवी छात्र हॉस्टल की छत पर से लगातार पथराव करते रहे. स्थिति को देखते हुए मौके पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलाई गई है. स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और बल प्रयोग करना पड़ा. उन्होंने बताया कि इस घटना में शामिल 10 छात्रों को हिरासत में लिया गया है.
बीएचयू की प्रॉक्टर प्रो. रायना सिंह ने कहा की घायल छात्रों को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है. प्रॉक्टोरियल बोर्ड के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है और तोड़फोड़ में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा.
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