लखनऊ: यूपी में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले समाजवादी परिवार में जारी ''दंगल'' थमने की जगह बढ़ता ही जा रहा है. इसका परिणाम यह हुआ कि समाजवादी पार्टी दो टुकड़ों में बटने के कगार पर पहुंच गई है. इसमें एक खेमा एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह, शिवपाल यादव और अमर सिंह का तो वहीं दूसरा खेमा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और पार्टी के महासचिव राम गोपाल यादव का है. शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने मुलायम-अखिलेश के बीच की दूरियां कम करने की कोशिश की लेकिन रविवार तक ये और भी बढ़ गई. जानें वो 10 बातें जिससे 24 घंटे में बढ़ गई पिता-पुत्र के बीच की दूरियां...
1- मुलायम-अखिलेश में सुलह, इस बार मध्यस्थ बने आजम खान
समाजवादी पार्टी कुनबे में मची कलह को खत्म कराने की कोशिशें कामयाब हो गई हैं. आजम खान की मध्यस्था में अखिलेश और मुलायम खेमे के बीच करीब एक घंटे तक बैठक हुई. बैठक के बाद सीएम अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव का निष्कासन वापस ले लिया गया है.
2- रामगोपाल ने बुलाया SP का राष्ट्रीय अधिवेशन, अखिलेश बनें पार्टी के अध्यक्ष
एसपी महासचिव रामगोपाल यादव द्वारा बुलाये गये राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश की एसपी अध्यक्ष के रूप में ताजपोशी कर दी गयी और मुलायम को पार्टी का संरक्षक घोषित किया गया.
3- दो टुकड़ों में बंट गयी समाजवादी पार्टी
अधिवेशन में किरणमय नंदा, नरेश अग्रवाल, रेवती रमण सिंह और रामगोविन्द चौधरी समेत एसपी के तमाम वरिष्ठ नेता, ज्यादातर विधायक और विधानपरिषद सदस्य तथा जिलों के पदाधिकारी शामिल हुए. इससे जाहिर हो गया कि एसपी अब वास्तविक रूप से टूट चुकी है, बस औपचारिकता भर बाकी है.
4- शिवपाल को पद से हटाया, अमर सिंह को पार्टी से निकाला
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में यादव परिवार में झगड़े की जड़ माने जा रहे राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह को पार्टी से निकाल दिया गया, जबकि शिवपाल यादव को एसपी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया.
5- मुलायम ने पलटा फैसला, रामगोपाल यादव को फिर पार्टी से निकाला
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी रविवार को दो टुकड़ों में बंट गयी. ‘असंवैधानिक’ करार दिये गये पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अध्यक्ष बनाये जाने से नाराज एसपी नेता मुलायम सिंह यादव ने सम्मेलन में पारित सभी प्रस्तावों को अवैध करार दिया और आयोजन के कर्ताधर्ता एसपी महासचिव रामगोपाल यादव को फिर 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया.
6- नरेश उत्तम बनें समाजवादी पार्टी के यूपी अध्यक्ष
समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने अपने पहले आदेश में विधानपरिषद सदस्य नरेश उत्तम पटेल को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया.
7- मुलायम ने नंदा और अग्रवाल को पार्टी से निकाला
‘असंवैधानिक’ करार दिये गये पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल होने के चलते पार्टी उपाध्यक्ष किरणमय नंदा और महासचिव नरेश अग्रवाल को एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह ने पार्टी से निकाल दिया.
8- मुलायम ने 5 जनवरी को बुलाया राष्ट्रीय अधिवेशन, कहा- 'जो MLA नहीं आएंगे उनका टिकट कैंसिल'
इसके साथ ही मुलायम ने पत्र जारी कर आगामी पांच जनवरी को पार्टी का आपात राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया. एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की तरफ से कहा गया है कि 5 तारीख की बैठक में जो भी विधायक नहीं आएंगे उनका टिकट पार्टी की तरफ से कैंसिल कर दिया जायेगा.
9- 'साइकिल' पर कब्जा चाहते हैं अखिलेश और मुलायम, चुनाव आयोग से मिलेंगे दोनों गुट!
समाजवादी पार्टी में मचा घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. सूत्रों के मुताबिक अब पार्टी के चुनाव चिन्ह को लेकर झगड़ा बढ़ गया है. अखिलेश और मुलायम दोनों ही गुट समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर कब्ज़ा चाहते हैं. इसे लेकर सोमवार को दोनों ही गुट के चुनाव आयोग से मिलने की खबर है.
10- SP में जारी विवाद पर अखिलेश ने कहा, 'कड़ा मगर जरुरी फैसला लिया'
समाजवादी पार्टी में चल रहे वर्चस्व की जंग पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया. अखिलेश ने कहा कि एसपी में चल रहे विवाद पर उन्होंने कड़ा मगर जरुरी फैसला लिया है.