वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बुधवार को लोग उस वक्त हैरान रह गए जब एक मासूम लड़की आईजी जोन के ऑफिस में इच्छा मृत्यु की मांग लेकर पहुंची.



13 साल की इस लड़की का नाम आकांक्षा पाण्डेय है. आकांक्षा पिछले 11 महीने से जेल में बंद अपने पिता को न्याय दिलाने और अपनी लापता मां की तलाश की मांग को लेकर आईजी जोन के ऑफिस में पहुंची थी. लड़की के हाथों में एक पत्र भी था जिसमें वह पुलिस महकमे से अपनी मां के अपहरण के आरोप में जेल में बंद पिता को न्याय दिलाने की गुहार लगा रही है. न्याय नहीं दे पाने की स्थिति में आकांक्षा इच्छा मृत्यु देने की मांग कर रही है.


''पिछले 11 महीने से जेल में हैं मेरे निर्दोष पापा''


पुलिस अंकल मेरी मम्मी को मेरे मामा ने अगवा किया है और अपहरण के आरोप में मेरे निर्दोष पापा पिछले 11 महीने से जेल में हैं. अब हमारा कोई सहारा नहीं है इसलिए मुझे इच्छा मृत्यु की इजाज़त दे दीजिये.'


यह चिट्ठी लेकर चंदौली जिले के बर्थारा ग्राम निवासी ओमप्रकाश पाण्डेय की 13 साल की बेटी आकांक्षा पाण्डेय अपने लिए इच्छा मृत्यु की मांग के साथ वाराणसी के आईजी ज़ोन कार्यालय पहुंची.


''मेरे पिता जी को न्याय दिया जाए या फिर मुझे इच्छा मृत्यु''


इतनी छोटी सी उम्र में इच्छा मृत्यु की मांग को सुन सभी लोग सकते में आ गए. आकांक्षा से जब इस बारे में पूछा गया कि आखिर वह ऐसा क्यों कर रही है तो आकांक्षा ने कहा, ''मेरे पिता जी को मेरे मामा चंद्रशेखर ने मम्मी के अपहरण के झूठे केस में जेल भेजवा दिया है, जबकि हम लोगों के सामने ही 14 नवम्बर 2015 को मम्मी को वह खुद (मामा) अपने साथ लेकर गए थे. अब हमारा कोई सहारा नहीं है. बस दादी हैं जो हमको खाना खाने को देती हैं. लेकिन वह भी पैसा नहीं रहने से बेहद परेशान रहती है. मेरे पापा को झूठा फंसाया गया है इसलिए अब मेरे पिता जी को न्याय दिया जाए या फिर मुझे इच्छा मृत्यु.''



मामा पर मां को बेचने का आरोप


आकांक्षा ने बताया कि नानी की तबियात खराब होने पर उसकी मम्मी दो दिन बाद लौटने की बात कहकर मामा के साथ गयी हुई थी लेकिन आज तक वापस नहीं आईं. अपने मामा पर आरोप लगाते हुए अकांक्षा ने कहा कि हमें आशंका है कि मामा ने हमारी मां को बेच दिया है और आए दिन हम लोगों को भी अपने साथ ले जाने की बात कहते हैं.



आकांक्षा अपने ही गावं में क्लास 7 की छात्रा है मां और पिता की गैरमौजूदगी में स्कूल का फीस नहीं भर पाने से स्कूल से भी नाम हटा दिया गया है.


मामले की सीनियर लेवल पर जांच


मामले को संज्ञान में लेते हुए डीआईजी विजय भूषण ने बताया कि इस पूरे प्रकरण पर चंदौली के पुलिस अधीक्षक से विस्तार से बात हुई है. पारिवारिक कलह के वजह से इस बच्ची की मां गायब होने की बात कहकर इनके मामा के द्वारा बच्ची के पिता पर 364 आईपीसी 498 ए में अपहरण का मुकदमा करवाया गया था, जिसमें उनकी गिरफ्तारी की गयी थी जो फिलहाल जेल में हैं.


उन्होंने बताया कि इस मामले की सीनियर लेवल पर जांच कराया जा रहा है, जो भी तथ्य होंगे उसकी निष्पक्ष जांच करवाई जा रही है, जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.