गांव में महेश अपने परिवार के साथ कच्चे घर में रहता है. तीन दिन पहले उसके घर में एक काला सांप दिखाई दिया. इस सांप को गांव वालों ने घेर कर मार डाला. अचानक ही एक दूसरा सांप दिखाई दिया तो परिवार के लोग परेशान हो गए.
बुधवार को सपेरों को बुलाया गया. सपेरों ने थोड़ी ही देर में दो-तीन सांपों को पकड़ लिया. इसके बाद उन्होंने कच्ची दीवार खोदी तो 14 सांप निकल आए. साथ ही बहुत सारे अंडे भी मिले हैं. सपेरों ने बताया कि ये सभी सांप कोबरा प्रजाति के हैं.
इस प्रजाति के सांप अगर किसी इंसान को काट लें तो थोड़ी ही देर में उसकी मौत हो जाती है. बेहद उच्चस्तर का इलाज मिल जाए और वो भी फौरन तभी पीड़ित की जान बच सकती है अन्यथा नहीं.
बन विभाग के अधिकारी ने कहा कि ये सांप काफी जहरीले हैं और वन विभाग के पास ऐसी कोई टीम नहीं है जो इस तरह के सापों को पकड़ने में एक्सपर्ट हो. इसलिए ऐसे जहरीले सांपों को पकड़ने के लिए सपेरों की ही मदद लेनी पड़ती है.
घर के मुखिया महेश गुप्ता का कहना है कि उन्होंने कई बार प्रधानमंत्री आवास के लिए प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी से मांग की थी, लेकिन बीपीएल सूची में नाम आने के बाद भी उसको आज तक आवास नहीं मिल सका है.