इलाहाबाद: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह नगर इलाहाबाद में गैंगरेप की शिकार एक नाबालिग लड़की द्वारा जहर खाकर खुदकुशी किये जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोप है कि पीड़ित लड़की पुलिस के रवैये से बेहद दुखी थी और इंसाफ न मिलने की वजह से अपने साथ हुई हैवानियत के चौथे दिन जहर खाकर जान दे दी.
पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव बना रही थी पुलिस
आरोप है कि स्थानीय पुलिस मौके से पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बजाय पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव बना रही थी. लड़की की खुदकुशी के बाद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. इसके साथ ही समझौते का दबाव डालने के आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है.
पुलिस के मनमाने रवैये पर सवालिया निशान
योगी राज में भी क़ानून व्यवस्था को आइना दिखाने और पुलिस के मनमाने रवैये पर सवालिया निशान खड़ा करने वाला यह मामला इलाहाबाद शहर से करीब 50 किलोमीटर दूर फूलपुर का है. घर पर ही परचून की दुकान चलाने वाले श्याम केसरवानी की दो बेटियों को पिछले सोमवार की रात को उस वक्त अगवा कर लिया गया, जब वे घर के बाहर के बरामदे में सो रही थीं.
अगवा कर बड़ी बेटी के साथ किया गैंगरेप
गांव के ही चार लोगों ने अगवा करने के बाद दोनों लड़कियों को उनके घर के सामने की दुकान में रखा और बड़ी बेटी के साथ गैंगरेप किया. बेटियों की चीख सुनकर श्याम ने दुकान को बाहर से बंद कर दिया और पुलिस को खबर दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने दुकान से तीन लोगों को पकड़ लिया, जबकि एक युवक मौके से भागने में कामयाब रहा.
समझौते का दबाव डालने वाला इंस्पेक्टर सस्पेंड
आरोप है कि फूलपुर थाने की पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करने के बजाय पीड़ित लड़की और उसके परिवार वालों को डराया-धमकाया और उन पर समझौते का दबाव डाला. चार दिन बाद भी पुलिस ने जब केस दर्ज नहीं किया और पकड़े गए आरोपियों को थाने से छोड़ दिया तो पीड़ित लड़की ने जहर खाकर जान दे दी. लड़की के खुदकुशी के बाद हरकत में आई पुलिस ने अब न सिर्फ केस दर्ज कर लिया है, बल्कि समझौते का दबाव डालने वाले इंस्पेक्टर को सस्पेंड भी कर दिया है.