नोएडा, बलराम पांडे। गौतमबुद्ध नगर जिले के प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए गुरुवार का दिन बेहद सुखद रहा. एक ही दिन में 16 मरीजों ने कोरोना को परास्त कर घर वापसी की. डिस्चार्ज होने वाले मरीजों में तीन का इलाज शारदा हॉस्पिटल में चल रहा था। घर जाने वाले कुल मरीजों में 11 महिलाएं शामिल रहीं. इनमें चार गर्भवती महिलाएं शामिल हैं, जिन्होंने बीमारी के दौरान ही संतान को जन्म दिया.
गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (जिम्स) के लिए गुरुवार का दिन बेहद खास और सुखद रहा. यहां इलाज करा रहे 14 कोरोना संक्रमितों ने अपने हौसले से बीमारी को मात दे दी. इनमें चार ऐसी महिलाएं शामिल हैं, जो गर्भवती थीं और उन्होंने अस्पताल में इलाज के दौरान ही अपनी संतानों को जन्म दिया. इन महिलाओं में दो की नार्मल डिलीवरी हुई, जबकि दो की डिलीवरी सिजेरियन ऑपरेशन से हुई.
डिस्चार्ज होने वाले मरीजों में 27, 38, 23, 22, 23, 30, 43, 29 और 45 वर्षीय महिलाएं और 26, 22, 22 और 24 साल के युवक शामिल हैं. इसके अलावा ग्रेटर नोएडा के शारदा हॉस्पिटल से 52 और 20 वर्षीय महिलाएं और 27 वर्षीय युवक शामिल है.
जिम्स के निदेशक बिग्रेडियर राकेश गुप्ता ने बताया कि इन मरीजों को दो हफ्ते पहले जिम्स के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल किया गया था. जिम्स में कुल 79 कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा था. गुरुवार को 14 लोगों के डिस्चार्ज होने के बाद अब सिर्फ 52 मरीज ऐसे हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है. जिन मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है, वे 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहेंगे.