लखनऊ: कैराना उपचुनाव के नतीजे आने के ठीक बाद योगी सरकार ने 18 आईपीएस अफ़सरों के तबादले कर दिए. क्राइम के एडीजी रहे चंद्रप्रकाश को हटा कर जेल विभाग का एडीजी बना दिया गया है. उनकी छवि एक साफ़ सुथरे ईमानदार अफसर की रही है.


संजय सिंहल अब क्राइम के एडीजी बनाये गए हैं. वे अब तक डीजीपी के सहायक के पद पर थे. कुछ ही महीने पहले उनका प्रमोशन आईजी से एडीजी में हुआ था. सिंहल ने लगातार तीन डीजीपी जाविद अहमद, सुलखान सिंह और ओमप्रकाश सिंह के साथ सहायक के तौर पर काम किया.


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वाराणसी के आईजी दीपक रतन को अब ये ज़िम्मेदारी दी गई है. उनकी जगह ब्रज राज सिंह मीना को पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज, मुरादाबाद का एडीजी बनाया गया है.


उन्नाव की एसपी रहीं पुषपांजलि देवी को गोरखपुर में रेलवे का एसपी बनाया गया है. उनके ज़माने में ही बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर को रेप केस में बचाने का आरोप लगा था. पीड़िता के पिता की हत्या हो जाने पर भी विधायक के भाई को उन्होंने बचाने की कोशिश की थी लेकिन योगी सरकार ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की. पुष्पांजलि के पति शलभ माथुर अभी गोरखपुर के एसएसपी हैं.


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अतुल शर्मा को फ़र्रूख़ाबाद, शिव हरि मीना को कासगंज, सुनाता सिंह को रायबरेली और राधेश्याम को कानपुर देहात का एसपी बनाया गया है. अभिषेक यादव का तबादला गोरखपुर रेलवे से आगरा रेलवे के एसपी पद पर हुआ है.


प्रीतिंदर सिंह को अलीगढ़, सुभाष बघेल को झाँसी. राकेश शंकर को बस्ती और पीयूष श्रीवास्तव को मिर्ज़ापुर का डीआईजी बनाया गया है. आकाश कुल्हरी को मुरादाबाद में पीएसी का कमांडेंट बनाया गया है. जवाहर को झाँसी के डीआईजी से हटा कर वाराणसी में पीएसी का डीआईजी बना दिया गया है. रत्न कांत पांडे को सिक्योरिटी और मृगेंद्र सिंह को जेल का डीआईजी बनाया गया हैं.


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