यूपी के देवरिया में मुजफ्फरपुर जैसा कांड, बालिका गृह पर छापा मार छुड़ाई गईं 24 लड़कियां
बालिका गृह से किसी तरह बचके निकली एक बच्ची ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. बच्ची ने दावा किया है कि उनसे झाडू़-पोछा और बर्तन मजवाने का काम कराया जाता था. बालिका गृह की संचालिका उसके पति और बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है.
देवरिया: बिहार के मुजफ्फरपुर के बालिका गृह का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था की ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के देवरिया में सामने आया है. पुलिस ने छापेमारी करके बालिका गृह से 24 लड़कियों को बरामद किया है. जबकि वहां रह रही 18 लड़कियों का पता नहीं चल सका है. ये मामला शहर के स्टेशन रोड स्थित मां विन्ध्यावासिनी बालिका गृह से जुड़ा हुआ है. बालिका गृह से किसी तरह बचके निकली एक बच्ची ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. इस मामले में देह व्यापार के एंगल से भी जांच की जा रही है.
बच्ची ने दावा किया है कि उनसे झाडू़-पोछा और बर्तन मजवाने का काम कराया जाता था. बालिका गृह की संचालिका गिरजा त्रिपाठी उसके पति और बेटी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए सीएम योगी आदित्यनााथ ने देवरिया के डीएम सुजीत कुमार को हटाने का आदेश दिया है. रिपोर्ट आने के बाद उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी.
CM has ordered for the removal of Deoria's DM Sujit Kumar. Further action will be taken against him after the reports come: Rita Bahuguna Joshi, UP Women & Child Welfare Minister on #DeoriaShelterHomeCase pic.twitter.com/IENfWzNZ5m
— ANI UP (@ANINewsUP) August 6, 2018
रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि पिछले साल सीबीआई की जांच के बाद ये सामने आया था कि ये बालिक गृह अवैध रूप से चल रहा है. इस तत्काल बंद करने और बच्चों को वहां से ट्रांसफर करने के आदेश दिए गए थे, लेकिन आदेश का पालन नहीं हुआ.
जोशी ने कहा कि विभाग ने पिछले दिनों इस मामले में एक मुकदमा भी दर्ज कराया था. जो घटना सामने आई है, वह गम्भीर है. सच्चाई सामने आएगी और इस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनााथ ने मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय पैनल को वहां भेजा है जो जांच करेंगे. जांच की रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.After CBI inspection last year, it was established that Deoria shelter home centre was running illegally. A direction was issued to shift the inmates and shut it. But this order was not followed: Rita Bahuguna Joshi, Women & Child Welfare Minister pic.twitter.com/QyylMfRjNv
— ANI UP (@ANINewsUP) August 6, 2018
संचालिका गिरजा त्रिपाठी का आरोप वहीं बालिका गृह की संचालिका गिरिजा त्रिपाठी ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कोई भी गलत काम नहीं हो रहा था. जो लड़कियां पुलिस के कब्जे में हैं, उनसे जो चाहें कहलवा लें. रजिस्टर में जितनी लड़कियां दर्ज हैं, मौके पर पुलिस को उतनी ही मिलीं. जहां तक संस्था की मान्यता की बात है तो वह ख़त्म नहीं की गई है. मान्यता स्थगित है और मामला कोर्ट में विचाराधीन है.संचालिका का कहना है कि बालिका गृह अडॉप्शन के पैसे से चल रहा था. बालिका गृह में अनियमितता को लेकर सीबीआई पहले से कर रही थी जांच बता दें कि इस बालिका गृह में अनियमितता को लेकर सरकार सीबीआई जांच करा रही थी. इसे सरकार की तरफ से पैसा भी आना बंद हो गया था, लेकिन संस्था की संचालिका जबरदस्ती इस संस्था को चला रही थी.CM has sent a two-member high level committee to Deoria for the investigation. They will stay there today & submit a report, following which action will be taken: Rita Bahuguna Joshi, UP Women & Child Welfare Minister on #DeoriaShelterHomeCase pic.twitter.com/WobBPHYrSA
— ANI UP (@ANINewsUP) August 6, 2018
बच्ची ने किया हैरान कर देने वाला खुलासा
एसपी रोहन पी कनय ने बताया कि बालिका गृह से बच के निकली बच्ची ने हमारे महिला थाने पहुंचकर आपबीती सुनाई. जिसके बाद हमने पुलिस फोर्स भेजकर संस्थान पर छापेमारी करवाई. छापेमारी के दौरान 42 लड़कियों में से 24 लड़कियों क़ो छुड़ाया गया है. बाकी 18 लड़कियों की तलाश की जा रही है. संस्था की संचालक, उसके पति और बेटी क़ो गिरफ्तार कर लिया गया है. लड़की का कहना था की एक दीदी हैं उन्हें बड़ी मैम रात को कहीं भेजती थीं, कभी लाल गाड़ी तो कभी काली गाड़ी उनको ले जाने आती थी. जब दीदी सुबह में आती थीं तो सिर्फ रोती थीं, कुछ भी पूछने पर बताती नहीं थीं. 15 साल बड़ी जो लड़कियां थीं उन्हे कहीं भेजा जाता था और अगली सुबह वो रोते हुए वापस आती थीं. हम लोंगो से झाड़ू पोछा करवाया जाता था.
देवरिया डीपीओ ने कहा- बच्चों को गैर कानूनी तरीके से यहां पर रखा गया थाOne of the girls escaped from the shelter home, came to us & said they are treated like servants. She also said that cars come to pick girls above 15 years old & the girls come crying the next day. Investigation is underway: Superintendent of Police Rohan P Kanay pic.twitter.com/nJyjpl0mxz
— ANI UP (@ANINewsUP) August 5, 2018
इस मामले पर देवरिया डीपीओ प्रभात कुमार ने कहा कि मां विन्ध्यावासिनी महिला प्रशिक्षण एवं समाजिक सेवा संस्थान था. इन लोगों के खिलाफ जो अनिमियता पाई गई थी उसके आधार पर इनकी मान्यता स्थगित थी और शासन से एक आदेश हुआ था कि सभी बच्चों को यहां से ट्रांसफर किया जाए. इन लोगों ने बच्चों को गैर कानूनी तरीके से यहां पर रखा था.
इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एक मां विन्ध्यावासिनी संस्था थी जिसे स्थगित किया गया था. जब इस संस्था को बंद करने का आदेश हुआ था तब हमारे लोग वहां गए थे. उस वक्त संस्था के लोग विरोध में उतर आए थे. एक बच्ची इस संस्था से भाग गई थी जिसने हमारे महिला थाना पहुंच कर सारी बातें बताई. जांच के दौरान कई बड़े खुलासे हुए हैं. 24 बच्चियों को सुरक्षित बचा लिया गया है. इस संबंध में तीन गिरफ्तारियां भी हुई हैं. आगे की जांच चल रही है.
इस बीच, प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) आनंद कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन पहले से ही इस मामले की जांच में लगा हुआ है. महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय से भी इस प्रकरण पर नजर रखी जा रही है. इस पूरे प्रकरण की गहराई से जांच की जाएगी. उसमें रहने वाले बच्चों का मेडिकल परीक्षण किया जाएगा. पाक्सो कोर्ट के सामने उनके बयान दर्ज कराए जाएंगे. विधिवत कार्रवाई की जाएगी.सच सामने आ जाएगा.’’
It'll be investigated. The concerned district admn is already taking action in this regard. Women & child development ministry is also looking into the matter. The children will be sent for medical examination. Truth will be brought out: ADG (law & order) on #Deoria shelter home pic.twitter.com/pqg94DNJLw
— ANI UP (@ANINewsUP) August 6, 2018