नई दिल्लीः नोएडा के 24 गांव पेटीएम के साथ कैशलेस बनेंगे. कंपनी ने प्रत्येक गांव में काफी संख्या में व्यापारियों को जोड़ा है, जिससे वहां के निवासियों को डिजिटल जीवनशैली अपनाने में मदद मिलेगी. कंपनी ने एक बयान में कहा कि पेटीएम का डिजिटल गांव उपक्रम ग्राहकों और व्यापारियों को तेज और आसान कैशलेस भुगतान करने की सुविधा पेश कर दोहरे लक्ष्य को पूरा करता है.

अब तक नोएडा बिशादा, सलेमपु, गुज्जर, नीमका, उस्मानपुर, हल्दोनी मोरे, फलैदा बंगार, हबीबपुर, कुलेसरा, रबुपुरा, खेरी, सदरपुर, बरौला, तुगलपुर, छिजारसी, दोस्तपुर, मंगरौली, चिरौली, युकुतपुर, होशियारपुर, भंगेल बेगमपुर, सरफाबाद, गेझा, छपरोला, रोजा जलजलपुर और चओदा रघुनाथपुर कंपनी की शून्य लागत के कैशलेस भुगतान समाधान से जुड़ चुके हैं.

पेटीएम के वाइस प्रेसिडेंट अमित सिन्हा ने कहा, "हमने भारत के ग्रामीण क्षेत्रों से उपभोक्ताओं और व्यापारियों की ओर से एक व्यापक दिलचस्पी देखी है. हमारी टीम व्यापारियों को पेटीएम का इस्तेमाल करने के फायदों के बारे में जानकारी देगी. वहीं डिजिटल पेमेंट के बारे में संपूर्ण जागरूकता फैलाने के लिए वर्कशॉप्स कर रही है. हमें स्थानीय व्यापारिक समुदाय और प्रशासन से काफी समर्थन प्राप्त हुआ है और इस प्रकार के उपक्रमों को और भी जिलों में शुरू करने की हमारी योजना है."

उन्होंने कहा कि पेटीएम ने एप पासवर्ड जैसी कुछ नई सुविधाओं को भी जोड़ा है, जो यह सुनिश्चित करता है कि ग्राहक का फोन खो जाने या अनुपयुक्त होने जाने पर भी पेटीएम वॉलेट में जमा पैसे सुरक्षित रहें.

कंपनी ने पेटीएम निअरबाई भी लांच किया है. यह एक ऐसा फीचर है जो ग्राहकों को उनके निकटतक पेटीएम व्यापारी तक गाइड करता है. पेटीएम ने एक टोलफ्री नंबर 180018001234 भी लांच किया है जो गैर-स्मार्टफोन और गैर-इंटरनेट प्रयोक्ताओं को पेटीएम का प्रयोग करके पैसों का भुगतान करने या प्राप्त करने में मदद करता है.