वाराणसी: बीएचयू में पिछले साल हुए छेड़खानी विवाद के बाद चीफ प्रॉक्टर बनाई गई डॉ रोयाना सिंह मुश्किलों में हैं. वाराणसी के चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट जेपी यादव ने आशीष नाम के एक शख्स की एप्लीकेशन पर लंका थाने को केस दर्ज करने का आदेश दिया था. कोर्ट के आदेश के बाद अब लंका थाने में चीफ प्रॉक्टर सहित 25 लोगों पर केस दर्ज किया गया है. इनमें अधिकतर बीएचयू के सिक्योरिटी स्टाफ मेम्बर्स शामिल हैं.


20 मार्च को हुई थी मारपीट


कोर्ट में एप्लीकेशन देते हुए पीड़ित आशीष ने गंभीर आरोप लगाए थे. वे लंका थानाक्षेत्र के नारिया इलाके के रहने वाले हैं. आशीष के मुताबिक़ घटना बीती 20 मार्च 2018 की सुबह लगभग पौने ग्यारह बजे की है. पीड़ित के मुताबिक़ चीफ प्राक्टर रॉयना सिंह, लाल बाबू पटेल और 25 सिक्योरिटी स्टाफ के उसके घर में जबरन घुस गईं. इन लोगों नें परिजनों को अपशब्द बोलते हुए पीड़ित को जान से मारने की धमकी भी दी. आरोप यह भी है कि सिक्योरिटी स्टाफ के लोगों ने पीड़ित के घर में बने लकड़ी के टाल में आग लगा दी थी. जब इस बात का विरोध हुआ तो इन लोगों ने पीड़ित के परिवार की महिलाओं के साथ अभद्रता की.


जान से मारने की नीयत से चलाई गोली!


पीड़ित के मुताबिक़ इसके थोड़ी देर बाद एक सुरक्षाकर्मी संसार सिंह अपने चार सुरक्षाकर्मियों को लेकर वहां आया. उसने भी पीड़ित और उसके परिवार के साथ मारपीट की और उसे जान से मारने की नीयत से गोली चला दी. पीड़ित का कहना है कि फायरिंग से निकली गोली दीवार से टकराकर संसार सिंह को ही लग गई. गोली उसके शरीर को छीलते हुए निकल गई. इस मामले में संसार सिंह ने दावा किया था कि वह बीएचयू कैंपस में जब ड्यूटी के लिए जा रहा था, उसी पर उसकी बाइक फिसलकर गिर पड़ी. बाइक से गिरने के चलते उसके असलहे से गोली चल गई और उसके शरीर को छीलते हुए निकल गई थी.


पहले टालमटोल, अब केस दर्ज कर जांच शुरू


इसके बाद जब पीड़ित के पिता ने इस घटना की शिकायत पुलिस के अधिकारियों से की तो उन्होंने नजरअंदाज कर दिया. इस मामले में कोर्ट ने बीती 11 अप्रैल को ही मुकदमा कायम करने का आदेश दे दिया था. इसके बावजूद लंका पुलिस आईपीसी की धारा 156(3) के तहत केस दर्ज करने में टालमटोल कर रही थी. इसके बाद आशीष ने एक बार फिर कोर्ट में एप्लीकेशन दी. इसके बाद कोर्ट ने एसएचओ को चार मई को कोर्ट में पेश होने का आदेश दे दिया. कोर्ट का कड़ा रूख देखते हुए अब पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. इस मामले लंका थाने के एसएचओ संजीव मिश्रा ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज हो चुका है और जांच शुरू कर दी गई है.